बीजेपी नेता के बयान पर उद्धव ठाकरे का पलटवार, कहा- जब बाबरी मस्जिद गिराई गई तब कहां थे ये लोग
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के चंद्रकांत पाटिल के बयान पर पलटवार किया है. पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि- बीजेपी के नेता अभी तक कहां थे? आखिर आज उन्हें क्यों बाबरी मस्जिद ढहाये जाने की याद आ रही है.
Uddhav Thackrey: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज बीजेपी के चंद्रकांत पाटिल द्वारा दिए गए बयान पर जोरदार पलटवार किया हैं. पाटिल पर हमला करते हुए ठाकरे ने कहा कि- श्रेय का तो सवाल ही नहीं है यह सरासर झूठ है. जब बाबरी मस्जिद गिराई गई थी तब ये लोग कहां थे ? इतने वर्षों बाद इनकी आवाज़ बाहर आ रही है पूर्व सीएम ठाकरे ने आगे बताते हुए कहा कि चंद्रकांत पाटिल जी का इस्तीफा लेना चाहिए.
#WATCH श्रेय का तो सवाल ही नहीं है यह सरासर झूठ है। जब बाबरी मस्जिद गिराई गई थी तब ये लोग कहां थे? इतने वर्षों बाद इनकी आवाज़ बाहर आ रही है। चंद्रकांत पाटिल जी का इस्तीफा लेना चाहिए: चंद्रकांत पाटिल के बयान पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मुंबई pic.twitter.com/Y8nD39RjAs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 11, 2023
चंद्रकांत पाटिल ने किया था दावा
महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस में शिवसेना के एक भी कार्यकर्ता के शामिल नहीं होने का दावा करने के एक दिन बाद शिवेसना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को या तो अपने पद से हट जाना चाहिए या फिर पाटिल से उनके बयान को लेकर इस्तीफा मांगना चाहिए. ठाकरे ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जब मस्जिद गिरायी जा रही थी तब चूहे अपने बिलों में छिपे थे. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी का हिंदुत्व राष्ट्रवाद है और भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट करना चाहिए कि उसका हिंदुत्व क्या है. उन्होंने कहा- जब बाबरी मस्जिद ढहायी जा रही थी तब सभी चूहे अपनी बिलों में छिपे थे.
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मुख्यमंत्री शिंदे को देना चाहिए इस्तीफा
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे को पाटिल के बयान को लेकर या तो इस्तीफा दे देना चाहिए या पाटिल से इस्तीफा मांगना चाहिए. एकनाथ शिंदे सरकार में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता पाटिल ने कल कहा था कि जब 6 दिसंबर, 1992 को बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ताओं द्वारा अयोध्या में मस्जिद ढहायी जा रही थी तब शिवसेना का एक भी कार्यकर्ता उसके पास मौजूद नहीं था. उन्होंने यह भी कहा था कि राज्यसभा सदस्य संजय राउत अक्सर बाबरी मस्जिद विध्वंस की चर्चा करते रहते हैं लेकिन क्या वह उस समय अयोध्या में थे. पाटिल ने मुख्यमंत्री शिंदे पर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की विरासत चुराने के आरोप को लेकर उद्धव ठाकरे पर भी तंज किया. उन्होंने कहा- बालासाहेब सभी हिंदुओं के हैं और उनके नाम (विरासत) का उपयोग करने के लिए हर कोई स्वतंत्र है. (भाषा इनपुट के साथ)