Ukraine Crisis युद्धग्रस्त यूक्रेन में तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए यूक्रेन के भारतीय दूतावास को पोलैंड में अस्थायी रूप से स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है. विदेश मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी दी है. यह फैसला रूसी सेना के हमलों के कारण यूक्रेन में बिगड़ते सुरक्षा हालात को देखते हुए लिया गया.
हालिया दिनों में यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य प्रमुख शहरों में रूसी हमले तेज होने के मद्देनजर भारत ने अपने दूतावास को पोलैंड ले जाने का फैसला किया. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्सों में हमले समेत देश में बेहद तेजी से बिगड़ते हालात के मद्देनजर यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास को अस्थायी तौर पर पोलैंड स्थानांतरित करने का फैसला किया गया है. मंत्रालय ने कहा कि आने वाले समय के घटनाक्रम के अनुसार दोबारा हालात की समीक्षा की जाएगी.
In view of rapidly deteriorating security situation in Ukraine,including attacks in western parts of the country, it has been decided that the Indian Embassy in Ukraine will be temporarily relocated in Poland. The situation will be reassessed in light of further developments: MEA pic.twitter.com/4u3WcsM6jJ
— ANI (@ANI) March 13, 2022
वहीं, रूसी सेना ने रविवार सुबह पश्चिमी यूक्रेन में एक सैन्य प्रशिक्षण अड्डे पर हमला किया, जिससे रूस का आक्रमण पोलैंड के साथ यूक्रेन की लगती सीमा के करीब पहुंच गया है. क्षेत्रीय प्रशासन ने संभावित हताहतों के बारे में कोई विवरण दिए बिना कहा कि ल्वीव के उत्तर-पश्चिम में 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यारोविव सैन्य रेंज में आठ रॉकेट दागे गए. यह सीमा पोलैंड के साथ यूक्रेन की सीमा से 35 किलोमीटर दूर है.
इन सबके बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस पर उनके देश को तोड़ने और आतंक के एक नए चरण को शुरू करने तथा मारियुपोल के पश्चिम में एक शहर के महापौर को हिरासत में लेने का आरोप लगाया है. जेलेंस्की ने शनिवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन के दौरान कहा कि यूक्रेन इस परीक्षा में खरा उतरेगा. हमारी धरती पर चल रहे युद्ध का मुकाबला करने के लिए हमें समय और ताकत की जरूरत है.