19 दलों के नेता के साथ सोनिया गांधी की बैठक, बोलीं- अंतिम लक्ष्य 2024 लोकसभा चुनाव, एकजुट होकर योजना बनाएं

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने शुक्रवार को विपक्षी दलों से 2024 के लोकसभा के चुनाव के लिए एकजुट होने आह्वान किया. कहा कि देश के संवैधानिक प्रावधानों और स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों में विश्वास रखने वाली सरकार के गठन के लिए विपक्ष की पार्टियों को अपनी विवशताओं से ऊपर उठना होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2021 7:03 PM
an image

नयी दिल्ली: कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को विपक्षी दलों की बैठक में कहा कि अंतिम लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनाव हैं. स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों में विश्वास करने वाली सरकार देने के लिए व्यवस्थित रूप से योजना बनानी होगी. बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत 19 दलों के नेता शामिल हुए. आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी को बैठक में नहीं बुलाया गया था. समाजवादी पार्टी ने इस बैठक से खुद को दूर रखा.

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने शुक्रवार को विपक्षी दलों से 2024 के लोकसभा के चुनाव के लिए एकजुट होने आह्वान किया. कहा कि देश के संवैधानिक प्रावधानों और स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों में विश्वास रखने वाली सरकार के गठन के लिए विपक्ष की पार्टियों को अपनी विवशताओं से ऊपर उठना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि इस समय विपक्षी दलों की एकजुटता राष्ट्रहित की मांग है और कांग्रेस अपनी ओर से कोई कमी नहीं रखेगी.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी विपक्षी दलों का आह्वान किया कि देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बचाने के लिए सभी को साथ मिलकर काम करना चाहिए. सोनिया ने कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दलों के नेताओं की डिजिटल बैठक में संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान दिखी विपक्षी एकजुटता का उल्लेख भी किया.

Also Read: केजरीवाल और मायावती पर सोनिया गांधी को भरोसा नहीं! विपक्षी दलों की बैठक में AAP और BSP को नहीं बुलाया

सोनिया गांधी ने कहा, ‘मुझे भरोसा है कि यह विपक्षी एकजुटता संसद के आगे के सत्रों में भी बनी रहेगी. परंतु व्यापक राजनीतिक लड़ाई संसद से बाहर लड़ी जानी है.’ कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता सोनिया गांधी ने कहा, ‘निश्चित तौर पर (हमारा) लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव है. हमें देश को एक ऐसी सरकार देने के उद्देश्य के साथ व्यवस्थिति ढंग से योजना बनाने की शुरुआत करनी है कि जो स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों और संविधान के सिद्धांतों एवं प्रावधानों में विश्वास करती हो.’

एक समयबद्ध कार्यक्रम को सामूहिक रूप से शुरू करने की आवश्यकता है. मैं ये सुझाव देता हूं कि इन सभी मुद्दों से एक साथ निबटने की बजाय, हमें प्राथमिकता तय करके सामूहिक रूप से इन मुद्दों को सुलझाने के लिए और अपने देश को एक अच्छा वर्तमान और भविष्य देने के लिए कार्य करना चाहिए.

शरद पवार, अध्यक्ष, एनसीपी

उन्होंने विपक्षी दलों का आह्वान किया, ‘यह एक चुनौती है, लेकिन हम साथ मिलकर इससे पार पा सकते हैं और अवश्य पायेंगे, क्योंकि मिलकर काम करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. हम सभी की अपनी मजबूरियां हैं, लेकिन अब समय आ गया है, जब राष्ट्रहित यह मांग करता है कि हम इन विवशताओं से ऊपर उठें.’ सोनिया कहा, ‘देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ अपने व्यक्तिगत और सामूहिक संकल्प पर फिर जोर देने का सबसे उचित अवसर है. मैं यह कहूंगी कि कांग्रेस की तरफ से कोई कमी नहीं रहेगी.’

लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले सभी दल एकजुट हों – शरद पवार

बैठक में भाग लेने वाले राकांपा प्रमुख शरद पवार ने ट्वीट किया, ‘सोनिया गांधी जी की पहल पर आज समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों की बैठक संपन्न हुई. वर्चुअल रूप से आयोजित की गयी इस बैठक में सम्मिलित होकर अपने विचार व्यक्त किये.’

यह एक चुनौती है, लेकिन हम साथ मिलकर इससे पार पा सकते हैं और अवश्य पायेंगे, क्योंकि मिलकर काम करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. हम सभी की अपनी मजबूरियां हैं, लेकिन अब समय आ गया है, जब राष्ट्रहित यह मांग करता है कि हम इन विवशताओं से ऊपर उठें.

सोनिया गांधी, अंतरिम अध्यक्ष, कांग्रेस

उन्होंने कहा, ‘वर्तमान सरकार इन सभी मुद्दों को हल करने में विफल रही है. जो लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं, जो लोग हमारे देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बचाने के लिए मिलकर काम करना चाहते हैं, उन्हें एक साथ आना चाहिए, ऐसा मेरा आह्वान है.’

Also Read: CAA-NRC पर विपक्षी दलों की बैठक आज, ममता-मायावती और केजरीवाल ने किया शामिल होने से इनकार

शरद पवार ने कहा, ‘एक समयबद्ध कार्यक्रम को सामूहिक रूप से शुरू करने की आवश्यकता है. मैं ये सुझाव देता हूं कि इन सभी मुद्दों से एक साथ निबटने की बजाय, हमें प्राथमिकता तय करके सामूहिक रूप से इन मुद्दों को सुलझाने के लिए और अपने देश को एक अच्छा वर्तमान और भविष्य देने के लिए कार्य करना चाहिए.’

निश्चित तौर पर (हमारा) लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव है. हमें देश को एक ऐसी सरकार देने के उद्देश्य के साथ व्यवस्थिति ढंग से योजना बनाने की शुरुआत करनी है कि जो स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों और संविधान के सिद्धांतों एवं प्रावधानों में विश्वास करती हो.

सोनिया गांधी, अंतरिम अध्यक्ष, कांग्रेस

Posted By: Mithilesh Jha

Exit mobile version