Budget 2021 : केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने सोमवार को संसद में तीसरी बार बजट पेश किया. बजट में मोदी सरकार ने कई बड़े ऐलान किये. सोमवार पेश आम बजट में राजधानी से जुड़े शहरों के बीच आवाजाही बेहतर करने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया है. इसी कड़ी में दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल परियोजना (Delhi Meerut Rapid Rail) के लिए भी सरकार ने अपना खजाना खोल दिया है. रैपिड रेल के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 4472 करोड़ का ऐलान किया है.
बता दें कि सोमवार को पेश किये गये बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट रैपिड रेल के लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 के 2487.40 करोड़ की तुलना में दो गुना ज्यादा 4472 करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की. इस ऐलान से ये उम्मीद कि जा रही है कि वर्ष 2025 तक इस कॉरिडोर पर देश की पहली रैपिड रेल दौड़ने लगेगी.
भारतीय यातायात व्यवस्था की रीढ़ रेलवे को लेकर सरकार गंभीर है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रेलवे के लिए दीर्घ कालीन नेशनल स्कीम का खाका पेश किया. इसका मकसद वर्ष 2030 तक रेलवे सिस्टम को भविष्य के लिए तैयार करना है, ताकि उद्योगों के लिए लॉजिस्टिक लागत को कम किया जा सके. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि टियर-1 से जुड़े हुए इलाकों और टियर 2 सिटी में मेट्रो लाइट और मेट्रो नियो की नयी तकनीक के जरिये पब्लिक ट्रांसपोर्ट के तौर पर मेट्रो की सेवाएं उपलब्ध होंगी.
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वित्त मंत्री ने कहा कि यह कम लागत में मेट्रो में सफर का समान अनुभव देती है. तमिलनाडु और केरल में मेट्रो प्रोजेक्ट के विस्तार पर जोर दिया है.
िकस प्रोजेक्ट में िकतना खर्च
11.5 किमी के फेज-2 कोच्चि मेट्रो रेलवे के लिए 1957.05 करोड़ रुपये.
118.9 किमी के चेन्नई मेट्रो रेलवे फेज-2 के लिए 63246 करोड़ रुपये.
58.19 किमी के बेंगलुरु मेट्रो रेलवे प्रोजेक्ट फेज 2ए और फेज 2बी के लिए 14788 करोड़ रुपये.
5976 करोड़ रु नागपुर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट फेज-2 के लिए और 2092 करोड़ रु नासिक मेट्रो के लिए