कैबिनेट ने एथनॉल की कीमत में 5 से 8 प्रतिशत की वृद्धि की, जानें इसे पेट्रोल में क्यों मिलाया जाता है…
आज केंद्रीय कैबिनेट (Union Cabinet) की बैठक हुई जिसमें सरकार ने कुछ अहम फैसले किये. कैबिनेट के फैसले के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar ) ने बताया कि मंत्रिमंडल ने पेट्रोल में मिलाये जाने वाले एथनॉल (ethanol fuel) की कीमत में पांच से आठ प्रतिशत वृद्धि किये जाने के फैसले को मंजूरी दी है.
नयी दिल्ली : आज केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें सरकार ने कुछ अहम फैसले किये. कैबिनेट के फैसले के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि मंत्रिमंडल ने पेट्रोल में मिलाये जाने वाले एथनॉल की कीमत में पांच से आठ प्रतिशत वृद्धि किये जाने के फैसले को मंजूरी दी है.
उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से किसानों को उनकी उपज का लाभकारी दाम मिलने के साथ ही पेट्रोलियम पदार्थों का आयात कम करने में मदद मिलेगी. पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल को मिलाने की अनुमति है. मंत्री ने कहा कि इस कदम से प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि एथनॉल पर्यावरण के अनुकूल ईंधन है.
एथनॉल एक तरह का ईधन है जिसे गन्ने और मक्के से बनाया जाता है. यह फ्यूल पर्यावरण के लिए बहुत ही अच्छा है साथ ही इससे किसानों को भी आमदनी होगी. पहले पेट्रोल में पांच प्रतिशत एथनॉल मिलाया जाता है लेकिन अब 10 प्रतिशत तक एथनॉल मिलाया जाता है.
जूट की बोरियों में खाद्यान्नों की पैकिंग अनिवार्य
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब खाद्यान्नों की सौ फीसदी पैकिंग जूट की बोरियों होगी इसे अनिवार्य कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस निर्णय से हजारों किसानों के साथ साथ साथ जूट उद्योग में लगे लगभग चार लाख श्रमिकों को लाभ होगा. सरकार ने यह फैसला जूट उद्योग की मदद के लिए लिया है.
Posted By : Rajneesh Anand