माफी मांगें बाबा रामदेव, आपके बयान से कोरोना वाॅरियर्स का अपमान हुआ और भावनाओं को ठेस पहुंची, डाॅ हर्षवर्धन ने पत्र लिखकर गुरू को लगायी फटकार
स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्धन ने आज योग गुरू बाबा रामदेव को पत्र लिखकर उनसे यह कहा है कि वे अपनी उन आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए माफी मांगे जिनसे देश के कोरोना वाॅरियर्स का अपमान हुआ है.
स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्धन ने आज योग गुरू बाबा रामदेव को पत्र लिखकर उनसे यह कहा है कि वे अपनी उन आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए माफी मांगे जिनसे देश के कोरोना वाॅरियर्स का अपमान हुआ है और पूरा देश आहत है.
स्वास्थ्य मंत्री ने अपने पत्र में उनसे कहा है कि उनके वक्तव्य से कोरोना वाॅरियर्स का अपमान हुआ है और उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है. इसलिए वे अपने बयान के लिए माफी मांगे. डाॅ हर्षवर्धन ने अपने पत्र में योगगुरू से कहा है कि वैसे समय में जब एलोपैथी के डाॅक्टर अपनी जान की बाजी लगाकर कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं और उनके प्रयासों से देश में मृत्युदर मात्र 1.13 प्रतिशत और रिकवरी रेट 88 प्रतिशत है उनकी सेवा का अपमान करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
I have written a letter to yoga guru Ramdev & asked him to withdraw the objectionable statement. The statement disrespect the corona warriors & hurt the sentiments of the country: Union Health Minister Harsh Vardhan on Ramdev's statement against allopathy pic.twitter.com/4bsnc2SfS0
— ANI (@ANI) May 23, 2021
डाॅ हर्षवर्धन ने पत्र में लिखा है कि ऐसे समय में जब एलोपैथी के डाॅक्टर और तमाम नर्सें और अन्य स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात सेवा में जुटे हैं आपका यह कहना है कि देश में लाखों लोगों की मौत एलोपैथी दवा खाने से हुई है घोर आपत्तिजनक है. कोरोना महामारी पर विजय सामूहिक प्रयासों से ही संभव है और आप भी इस बात से भलीभांति परिचित हैं कि ड्यूटी करते हुए अपने देश के ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कई डाॅक्टर और स्वास्थ्य कर्मी अपनी जान गंवा चुके हैं. ऐसे में आपका बयान दुर्भाग्यपूर्ण है.
Also Read: 24 से 29 मई तक चक्रवाती तूफान यास के खतरे को देखते हुए रेलवे ने रद्द की 25 ट्रेन, देखें पूरी लिस्ट…
डाॅ हर्षवर्धन ने कहा कि इस संकट की स्थिति में आपका यह कहना कि एलोपैथी तमाशा, बेकार और दिवालिया है बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. आज जो आंकड़ें देश के समाने हैं उससे यह साफ है कि एलोपैथी की चिकित्सा की वजह से ही देश में इतने मरीज स्वस्थ हुए हैं और रिकवरी रेट 88 प्रतिशत है.
डाॅ हर्षवर्धन ने कहा कि आप सार्वजनिक जीवन में रहने वाले हैं आपके बयान का काफी महत्व है, इसलिए मैं समझता हूं आपको बयान सोच-समझकर और स्थिति-परिस्थिति को देखकर देना चाहिए. आपका बयान एलोपैथी की डाॅक्टरों और उनकी पूरी चिकित्सा प्रणली पर सवालिया निशान खड़े करता है, जो अनुचित है. आपका बयान डाॅक्टरों का मनोबल तोड़ने वाला और कोरोना के खि़लाफ लड़ाई को कमजोर करने वाला है.
आपने अपने बयान पर जो स्पष्टीकरण दिया वह आपके द्वारा दिये बयान के मद्देनजर नाकाफी है. आपके कहा कि आपका बयान माॅडर्न साइंस और अच्छे डाॅक्टरों के खिलाफ नहीं है. आपको यह पता होना चाहिए कि विश्व से चेचक, पोलियो, सार्स और टीबी जैसी बीमारियों का इलाज एलोपैथी ने ही संभव किया है. इसलिए आप विषय की गंभीरता को समझें और अपना बयान पूरी तरह वापस लें.
Posted By : Rajneesh Anand