कोरोना से जंग जीतने के लिए अधिक से अधिक वैक्सीन विकसित करने की आवश्यकता, राष्ट्रमंडल बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रखा भारत का पक्ष

Union Health Minister Harsh Vardhan at 33rd Commonwealth Health Ministers Meeting कोरोना महामारी के बीच राष्ट्रमंडल स्वास्थ्य मंत्रियों की 33वीं बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने अपनी बात रखते हुए कोरोना से जंग जीतने के लिए अधिक से अधिक वैक्सीन विकसित करने की आवश्यवकता पर जोर दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जानलेवा कोरोना वायरस को प्रभावी ढंग से समाप्त करने के लिए और अधिक वैक्सीन को विकसित करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि एक बार वैक्सीन के कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षित और प्रभावकारी साबित होने के बाद इसे वैश्विक स्तर पर अभियान के रूप में चलाने की आवश्कता होगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2021 8:48 PM
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Union Health Minister Harsh Vardhan at 33rd Commonwealth Health Ministers Meeting कोरोना महामारी के बीच राष्ट्रमंडल स्वास्थ्य मंत्रियों की 33वीं बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने अपनी बात रखते हुए कोरोना से जंग जीतने के लिए अधिक से अधिक वैक्सीन विकसित करने की आवश्यवकता पर जोर दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जानलेवा कोरोना वायरस को प्रभावी ढंग से समाप्त करने के लिए और अधिक वैक्सीन को विकसित करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि एक बार वैक्सीन के कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षित और प्रभावकारी साबित होने के बाद इसे वैश्विक स्तर पर अभियान के रूप में चलाने की आवश्कता होगी.

बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने अपना पक्ष रखते हुए आगे कहा कि भारत ने वसुधैव कुटुम्बकम के अपने लंबे समय से विश्वास के अनुरूप अपनी वैक्सीन मैत्री पहल के तहत नब्बे से अधिक देशों को कोविड वैक्सीन प्रदान किया हैं और आगे भी मदद करने खड़ा रहेगा. विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रशंसा करते हुए उन्होंने साथ ही कहा कि डब्ल्यूएचओ की नेतृत्व वाली पहल एक महत्वपूर्ण वैश्विक सहयोग साबित हुई है जो विकास, उत्पादन, उपचार और टीकों के उत्पादन में समानता ला रही है.

उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि देशभर में पिछले 24 घंटों में 2,76,000 मामले दर्ज किए गए हैं. इसमें से 77 प्रतिशत मामले दस राज्यों से हैं. उन्होंने कहा कि देशभर में 3 मई को सक्रिय मामले 17.13 फीसदी थे, वे अब 12.1 फीसदी रह गए हैं. वहीं, रिकवरी रेट 81.7 फीसदी से बढ़कर 86.7 फीसदी हो गई है. लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले दस दिनों में सक्रिय मामलों और रिकवर मामलों की तुलना करें तो 10 में से 9 दिनों को रिकवर मामले ज्यादा दर्ज किए गए है.

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