केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बोले- भारत ने कोरोना की चुनौती को सबसे पहले स्वीकार किया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा है कि हमने कोरोना को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और भारत दुनिया के उन पहले देशों में शामिल है जिसने चीन में 7 जनवरी को होने वाल पहले कोरोनावायरस के केस पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. तब से ही हमने अपने विशेषज्ञ समूह की बैठक में काम करना शुरू किया और 17 जनवरी को हमने स्वास्थ्य एडवाइजरी जारी की.
नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा है कि हमने कोरोना को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और भारत दुनिया के उन पहले देशों में शामिल है जिसने चीन में 7 जनवरी को होने वाल पहले कोरोनावायरस के केस पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. तब से ही हमने अपने विशेषज्ञ समूह की बैठक में काम करना शुरू किया और 17 जनवरी को हमने स्वास्थ्य एडवाइजरी जारी कर दी थी.
India is among the first countries in the world to have responded to the news of first #coronavirus case being diagnosed in China on Jan 7. We started working on Jan 8 in our expert group meeting. On Jan 17, we issued health advisories: Union Health Minister Dr. Harsh Vardhan pic.twitter.com/FdTMracOG1
— ANI (@ANI) April 15, 2020
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया की भारत के 400 जिलें में कोरोना का एक भी केस नहीं है.लेकिन हम ये बताने में सक्षम है कि वायरस कहा- कहा है. उन्होंने बताया अगले 2 -3 हफ्ते भारत में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होने जा रहे है.
उन्होंने बताया की बिहार कोरोना वायरस से इतना परेशान नहीं है. लेकिन निश्चित रूप से महाराष्ट्र इस समय बहुत बड़ी परेशानी में है,खासकर मुंबई और कर्नाटक भी. उन्होंने कहा की मुझे खुशी हुई जब मैने तीन स्वास्थ्य सचिव का आत्म विश्वास देखा विशेष रूप से महाराष्ट्र के स्वास्थ्य सचिव ने जब कहा की हम ध्यान रखेंगे.
देश में कोरोना वायरस के मामले 12 हजार के करीब पहुंच गए हैं. भारत में कोविड 19 मरीजों की संख्या 11933 हो गई है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार संक्रमित मामले 10197 हैं जिनमें से 1344 मरीज ठीक हो चुके हैं.अब तक देश में 392 मरीजों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं.