नई दिल्ली : पूर्वोत्तर भारत के असम-मिजोरम की सीमा पर सोमवार को हिंसा भड़कने के बाद इन दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री आपस में ही भिड़ गए. हिंसा मामले को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की काफी देर तक ट्विटर पर नोकझोंक होने के बाद आखिर में मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा ने गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप करने की मांग की. उनकी इस मांग पर गृह मंत्री शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आपस में ही सीमा विवाद सुलझाने की नसीहत दी.
समाचार एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह ने असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों से बात की और उन्हें सीमा विवाद सुलझाने को कहा. दोनों मुख्यमंत्रियों ने विवाद सुलझाने पर सहमति जताई और शांति बहाल करने का भरोसा दिया. सूत्रों के हवाले से एएनआई के ट्वीट में कहा गया है कि दोनों राज्यों की पुलिस विवादित स्थल से वापस लौट गई है.
Union Home Minister Amit Shah spoke to the Chief Ministers of Assam & Mizoram & asked them to resolve the border issue. Both the Chief Ministers have agreed to resolve the issue&maintain peace. Police forces from both states have returned from disputed site: Sources
(File pic) pic.twitter.com/Su1wR26ijT
— ANI (@ANI) July 26, 2021
बता दें कि सोमवार को असम-मिजोरम की सीमा पर अचानक हिंसा भड़क गई. मीडिया की खबरों के अनुसार, असम-मिजोरम की सीमा पर असम के सुरक्षा बलों और मिजोरम के नागरिकों के बीच झड़प हो गई. इस बीच, सरकारी वाहनों पर हमले और फायरिंग की भी खबर है. इस खबर के बाद सीमा विवाद को लेकर असम-मिजोरम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और जोरामथंगा के बीच बहस शुरू हो गई.
इसी दौरान मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा ने ट्विटर पर पुलिस और नागरिकों के बीच झड़प का एक वीडियो ट्वीट करते हुए गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए अनुरोध किया कि इस मामले पर तुरंत कोई कार्रवाई करें. इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को भी टैग किया. सूत्रों के अनुसार, मिजोरम के मुख्यमंत्री के ट्वीट के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की और इस विवाद को आपस में ही सुलझाने की नसीहत दी.
सोमवार को सबसे पहले असम पुलिस ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मिजोरम से कुछ असामाजिक तत्व असम के सरकारी अधिकारियों पर पथराव कर रहे हैं. ये अधिकारी लैलापुर में असम की जमीन की अतिक्रमण से रक्षा करने के लिए तैनात हैं.’ इसके बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने मिजोरम के अपने समकक्ष को ट्वीट किया, ‘माननीय जोरामथंगा जी, कोलासिब (मिजोरम) के एसपी ने हमसे कहा है कि जब तक हम अपनी पोस्ट से पीछे नहीं हट जाते तब तक उनके नागरिक सुनेंगे नहीं और हिंसा नहीं रोकेंगे. ऐसे हालात में सरकार कैसे चला सकते हैं?’ इसके बाद उन्होंने अमित शाह और प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए लिखा है, ‘आशा है कि आप जल्द से जल्द दखल देंगे.’
I have just spoken to Hon’ble Chief Minister @ZoramthangaCM ji.I have reiterated that Assam will maintain status quo and peace between the borders of our state. I have expressed my willingness to visit Aizawl and disscuss these issues if need be @AmitShah @PMOIndia
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 26, 2021
हिमंत बिस्वा सरमा के ट्वीट के बाद जोरामथंगा ने जवाबी ट्वीट करते हुए लिखा, ‘हिमंता जी, माननीय श्री अमित शाह जी ने दोनों मुख्यमंत्रियों की सौहार्दपूर्ण बैठक कराई थी. उसके बाद आश्चर्यजनक रूप से आज मिजोरम में वेरिंगटे ऑटो रिक्शा स्टैंड के पास असम पुलिस की दो कंपनियां नागरिकों के साथ आईं और वहां मौजूद नागरिकों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया. उन्होंने सीआरपीएफ और मिजोरम पुलिस के जवानों को भी भगा दिया.’
Hon'ble @himantabiswa ji, as discussed I kindly urge that Assam Police @assampolice be instructed to withdraw from Vairengte for the safety of civilians. @narendramodi @AmitShah @PMOIndia @HMOIndia https://t.co/wHtMPhFRpP
— Zoramthanga (@ZoramthangaCM) July 26, 2021
Dear Himantaji, after cordial meeting of CMs by Hon’ble Shri @amitshah ji, surprisingly 2 companies of Assam Police with civilians lathicharged & tear gassed civilians at Vairengte Auto Rickshaw stand inside Mizoram today. They even overrun CRPF personnel /Mizoram Police. https://t.co/SrAdH7f7rv
— Zoramthanga (@ZoramthangaCM) July 26, 2021
गौरतलब है कि असम और मिजोरम के बीच सीमा को लेकर विवाद उस समय उठ खड़ा हुआ, जब असम पुलिस की ओर से अपनी जमीन पर कथित तौर अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया गया. मीडिया की खबरों के अनुसार, बीती 10 जुलाई को असम सरकार की एक टीम मौके पर गई, तो कुछ अज्ञात लोगों ने टीम पर आईईडी से हमला कर दिया. इसके साथ ही, रविवार की देर रात असम-मिजोरम की सीमा पर अज्ञात लोगों ने किसानों की आठ झोपड़ियां जला दीं, जिससे वहां पर तनाव पैदा हो गया.
मिजोरम के पुलिस महानिरीक्षक (उत्तरी रेंज) लालबियाकथांगा खियांगते ने मीडिया को बताया कि विवादित इलाके में रविवार की देर रात करीब 11.30 बजे ऐटलांग नदी के पास आठ झोपड़ियों में आग लगा दी गई. हालांकि, घटना के समय इन झोपड़ियों के कोई मौजूद नहीं था. उन्होंने कहा कि ऐटलांग नदी के पास ये झोपड़ियां असम के सीमावर्ती गांव वायरेंगटे के किसानों की है. उन्होंने कहा कि किसानों की शिकायत पर वायरेंगटे थाने में मामला दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी गई है.
Posted by : Vishwat Sen