केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज यानी शुक्रवार को राजस्थान के जयपुर में तीन दिवसीय दक्षिण एशियाई भूविज्ञान सम्मेलन जियो इंडिया 2022 में कहा कि भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा और वहनीयता सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यह बात कही. हरदीप पुरी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो भारत ऊर्जा स्रोतों का विविधीकरण करेगा.
भारत ऊर्जा स्रोतों का विविधीकरण करेगा: पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) द्वारा तेल उत्पादन में प्रति दिन 20 लाख बैरल की कटौती के फैसले के बारे में पूछे जाने पर पुरी ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो भारत ऊर्जा स्रोतों का विविधीकरण करेगा. पुरी ने यहां जीईओ इंडिया 2022 सम्मेलन में कहा, ‘‘यह (उत्पादन में कटौती) उनका संप्रभु अधिकार है, जो वे करना चाहें, लेकिन यह बताना भी मेरा काम है कि ऐसे सभी कार्यों के (इरादतन या गैर इरादतन) परिणाम होते हैं.
20 साल में 25 फीसदी वैश्विक मांग भारत से आएगी: भारत पूरे भरोसे के साथ स्थिति से पार पाने में सक्षम होगा.” उन्होंने कहा, ‘‘हम पेट्रोलियम उत्पादों की किसी भी तरह की कमी नहीं आने देंगे. सरकार ऊर्जा सुरक्षा और वहनीयता सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी.” पुरी ने कहा कि इस क्षेत्र के अनुमान के मुताबिक ईंधन की खपत बढ़ेगी क्योंकि अगले 20 साल में 25 फीसदी वैश्विक मांग भारत से आएगी. इसलिए प्रधानमंत्री ने अन्वेषण और उत्पादन क्षेत्र को खोलने का निर्णय किया.
विविधता लाने से नहीं हिचकेंगे- हरदीप पुरी: पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि हम उन स्रोतों में विविधता लाए हैं जहां से हम ऊर्जा प्राप्त करते हैं और इसमें आगे भी विविधता लाएंगे.” मंत्री ने कहा कि पिछले छह महीनों के आयात के आंकड़ों के अनुसार, सऊदी अरब नंबर एक आपूर्तिकर्ता था और फिर इराक दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया लेकिन भारत को अपना निर्णय लेने की आजादी है. उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने फैसले लेंगे और विविधता लाने से नहीं हिचकेंगे.
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