नितिन गडकरी बोले, पायलटों की तरह ट्रक ड्राइवरों के लिए तय होंगे वाहन चलाने के घंटे
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रोड एक्सिडेंट में कमी लाने के लिए व्यावसायिक ट्रक चालकों के लिए गाड़ी चलाने का समय तय किए जाने पर जोर दिया है. उन्होंने थकान की वजह से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से कमर्शियल वाहनों के ट्रक चालकों के लिए ड्राइविंग के घंटे तय करने पर जोर दिया है.
Safe Driving केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रोड एक्सिडेंट में कमी लाने के लिए व्यावसायिक ट्रक चालकों के लिए गाड़ी चलाने का समय तय किए जाने की वकालत की है. नितिन गडकरी ने थकान की वजह से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से पायलटों के समान कमर्शियल वाहनों के ट्रक चालकों के लिए ड्राइविंग के घंटे तय करने पर जोर दिया है. केंद्रीय मंत्री ने कमर्शियल वाहनों में ड्राइवर को नींद आने का पता लगाने वाले सेंसर लगाने पर भी जोर दिया.
गैर सरकारी सह चयनित व्यक्तिगत सदस्यों के साथ राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद (NRSC) की बैठक में मंगलवार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी नेअधिकारियों को यूरोपीय मानकों के अनुरूप वाणिज्यिक वाहनों में ऑन बोर्ड स्लीप डिटेक्शन सेंसर लगाने की नीति पर काम करने का निर्देश दिया. केंद्रीय मंत्री ने परिषद को हर दो महीने में बैठक करने और अपने अपडेट साझा करने का निर्देश दिया.
Attended the Introductory Meeting of new members nominated in the National Road Safety Council (NRSC) in the presence of Union Minister Gen. Shri @Gen_VKSingh Ji in Delhi today. Have now directed the Council to meet in every two months and share their updates. pic.twitter.com/dWsITHdgZ2
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) September 21, 2021
नितिन गडकरी ने कहा कि वह जिला सड़क समिति की बैठकें नियमित रूप से सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्रियों और जिलाधिकारियों को पत्र भी लिखेंगे. मालूम हो कि मंत्रालय द्वारा 28 अगस्त 2021 को नए एनआरएससी का गठन किया गया था. बैठक में सभी 13 गैर सरकारी सह चयनित व्यक्तिगत सदस्यों ने भाग लिया. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया. बैठक के दौरान सदस्यों ने सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए.
केंद्रीय मंत्री ने सभी सदस्यों को सड़क सुरक्षा के विविध क्षेत्रों में काम करने की सलाह दी, ताकि सड़कों पर लोगों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जा सके और सदस्यों से एक-दूसरे के साथ अपने अनुभव साझा करने का भी अनुरोध किया. उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों को एनआरएससी सदस्यों के साथ करीबी समन्वय में काम करने और उनके सुझावों को प्राथमिकता से लागू करने का भी निर्देश दिया. सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों को एक मासिक पत्रिका में पेश किया जाएगा.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले महीने कहा था कि सरकार अगले छह महीनों में ऑटो निर्माताओं के लिए 100 प्रतिशत बायोफ्यूल पर चलने वाली गाड़ियों की पेशकश को जरूरी कर देगी. इस तरह का कदम उन कस्टमर के लिए किफायती होगा, जो पेट्रोल की ऊंची कीमतों से परेशान हैं.
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