केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद आज जी- 20 देशों के साथ होंने वाले बैठक को संबोधित करेंगे. बता दें इसी साल मई के महीने में जी- 20 देशों की डिजिटल एकोनॉमिक टास्क फोर्स की बैठक हुई थी जिसमें कोरोना से लड़ने के लिए डिजिटल तकनीक फायदा उठाने पर सहमति बनी थी. उस बैठक में केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने ही भारत का प्रतिनिधित्व किया था.
उस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रवि शंकर प्रसाद ने कहा था कि डिजिटललाइजेशन उन फेज के बारे में है जो आजीविका को प्रभावित करेंगे. और विभिन्न क्षेत्रों में तेजी लाएंगे. ये जी- 20 देशों की जिम्मेदारी है कि वो इस संकट की घड़ी में एक आदर्श तस्वीर पेश करें और जो कार्य जनहित में हैं उस पर ध्यान दें.
इसी तरह से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी 18 जुलाई को ने भी जी- 20 देशों की बैठक में हिस्सा लिया था. जहां पर उन्होंने कहा था कि जी-20 की कार्रवाई योजना कोविड-19 महामारी से निपटने की सामूहिक प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जी-20 कार्ययोजना में स्वास्थ्य प्रतिक्रिया, आर्थिक कदम, मजबूत और सतत रिकवरी और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय समन्वय के स्तंभों के तहत सामूहिक प्रतिबद्धताओं की एक सूची सामने रखी गई है, ये समाज के सामने एक आदर्श उदाहरण है
जी-20 में भारत के अलावा, अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं, बता दें इससे पहले पीएम मोदी ने भी जी- 20 देशों को संबोधित किया था.
posted by : sameer oraon