Unlock 3.0 : एक और राहत पैकेज देने की तैयारी में मोदी सरकार, इन सेक्टर्स को मिल सकती है राहत

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश में लंबे समय तक लागू किये गये लॉकाडाउन के कारण आर्थिक गतिविधिया प्रभावित हुई और इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा. अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लए सरकार ने राहत पैकेज का एलान भी किया है. पर अब खबर आ रही है कि सरकार अनलॉक 3 में अर्थव्यवस्था में और तेजी लाने के लिए बड़े राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है. सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के कारण विभिन्न क्षेत्रों के में आये संकट कि स्थिति के लिए सरकार अलग से 'कोविड फंड' बनाने की घोषणा हो सकती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2020 9:36 AM

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश में लंबे समय तक लागू किये गये लॉकाडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई और इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा. अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लए सरकार ने राहत पैकेज का एलान भी किया है. पर अब खबर आ रही है कि सरकार अनलॉक 3 में अर्थव्यवस्था में और तेजी लाने के लिए बड़े राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है. सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के कारण विभिन्न क्षेत्रों के में आये संकट कि स्थिति के लिए सरकार अलग से ‘कोविड फंड’ बनाने की घोषणा हो सकती है.

बता दे कि कोविड फंड बनाने को लेकर हाल ही में वित्त मंत्रालय और उद्योग जगत के बीच फंड की रूपरेखा चर्चा हुई थी. साथ ही विदेशों से फंड जुटाने के लिए एफडीआई के नियमों में और ढील देने की मांग की गयी थी. उम्मीद की जा रही है कि इस बार जो राहत पैकेज का एलान होने वाला है उसमें सरकार खास सेक्टर्स को एफडीआई से फंड जुटाने में छूट दे सकती है.

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कोरोना वायरस के कारण लागू किये गये लॉकडाउन के चलते टूरिज्म, हॉस्पिटलिटी, एवियेशन और कंस्ट्रक्शन सेक्टर को खासा नुकसान हुआ है. सरकार का कोशिश है कि इस नये राहत पैकेज में इन सेक्टर्स को राहत दी जाये, ताकि अर्थव्यवस्था में तेजी लायी जा सके. उद्योग सेक्टर्स ने भी मांग रखी है कि अब बैंकों को उदार होना होगा. कहा यह भी जा रहा है कि सरकार की सहमति के बावजूद कई बैंक लोन देने में आनाकानी कर रहे हैं. जिसकी वजह से उद्योगपतियों को परेशानी हो रही है. बता दे कि जुलाई के महीनें में जीएसटी कलेक्शन भी बढ़ा है, इसलिए सरकार यह मानकर चल रही है कि अर्थव्यवस्था अब पटरी पर लौट रही है.

इसके साथ ही 6 अगस्त को रिजर्व बैंक भी अपनी मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा. इसमें उम्मीद लगायी जा रही आरबीआई इस दौरान अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए कोई बड़ी घोषनाएं कर सकते हैं. इस बात के संकेत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी दिए हैं. उन्होंने कहा था कि अर्थव्यवस्था में तेजी लाने की आरबीआई पूरी कोशिश कर रहा है.

Posted By: Pawan Singh

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