देशभर में एक अक्टूबर से खुल जाएगा सिनेमा हॉल? जानें वायरल मैसेज का Fact Check
cinema hall open, unlock 5 in india, fact check : देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले के बीच देश में अनलॉक 4.0 लागू है. अनलॉक 4.0 में सिनेमा हॉल खोलने की छूट नहीं दी गई है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर 1 अक्टूबर से सिनेमा हॉल खोले जाने का दावा किया जा रहा है. दावा में कहा गया है कि केंद्र सरकार 1 अक्टूबर से देशभर में सिनेमा हॉल को खोलने की अनुमति प्रदान कर देगी. आइए जानते हैं, सोशल मीडिया पर इस दावे का फैक्ट चेक.
Cinema Hall Open News : देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले के बीच देश में अनलॉक 4.0 लागू है. अनलॉक 4.0 में सिनेमा हॉल खोलने की छूट नहीं दी गई है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर 1 अक्टूबर से सिनेमा हॉल खोले जाने का दावा किया जा रहा है. दावा में कहा गया है कि केंद्र सरकार 1 अक्टूबर से देशभर में सिनेमा हॉल को खोलने की अनुमति प्रदान कर देगी. आइए जानते हैं, सोशल मीडिया पर इस दावे का फैक्ट चेक.
क्या है मैसेज में- सोशल मीडिया पर वायरल इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि पूरे देश में जल्द सिनेमा हॉल खुलने वाले हैं. मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा जा रहा है कि 1 अक्टूबर से पूरे देश में सिनेमा हॉल फिर से खुलेगा. दावे में आगे कहा गया है कि केंद्र सरकार इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली है.
फैक्ट चेक– सोशल मीडिया पर वायरल इस दावे को प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) की टीम ने फैक्ट चेक किया है. पीआईबी की टीम ने अपने फैक्ट चेक में कहा है कि सरकार ने इसको लेकर कोई आदेश नहीं दिया है. न हीं इसको लेकर कोई तैयारी चल रही है. पीआईबी की टीम ने इस वायरल मैसेज को फेक बताया है.
अनलॉक 4.0 में इसलिए नहीं खुला सिनेमा हॉल– बता दें कि अनलॉक 4.0 में सिनेमा हॉल नहीं खोलने का कारणों का खुलासा हुआ है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार 50 प्रतिशत दर्शकों के साथ सिनेमा हॉल खोलने की इजाजत दे रही थी, लेकिन हॉल मालिकों ने इसे नहीं माना.
वहीं कई राज्यों ने सिनेमा हॉल खोलने के लिए केंद्र सरकार से गुहार लगाई है. तेलंगाना फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजिंग डाइरेक्टर ऑफ एशियन सिनेमा थिएटर के सचिव सुनील एन नारंग ने कहा, ‘हमने सरकार से आग्रह किया है कि हमें 50 फीसदी कैपेसिटी के साथ सिनेमाघरों को दोबारा खोलने की अनुमति दी जाए.’ उन्होंने कहा कि उन्हें कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच बंद सभागारों में लोगों का बैठने की चिंता अधिक है.
Posted by : Avinish Kumar Mishra