bbc documentary controversy : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू में बीबीसी डॉक्यूमेंटरी को लेकर घमासान हो गया है. दो छात्रों ने आरोप लगाया है कि जेएनयू छात्र संघ के कुछ सदस्यों ने उन्हें पीटा और परेशान किया, जबकि छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने इन आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि इन छात्रों ने मंगलवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आधारित बीबीसी के विवादित डॉक्यूमेंटरी को देख रहे छात्रों पर पथराव किया था.
इधर जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में भी मामला गरम हो चुका है. विश्वविद्यालय के बाहर कथित तौर पर आज बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर हंगामा करने के आरोप में चार छात्रों को हिरासत में लिया गया है. इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस की ओर से दी गयी है.
#WATCH | Delhi Police detains protesters who were sloganeering outside Jamia Millia Islamia University. pic.twitter.com/bmDX4dp2Yl
— ANI (@ANI) January 25, 2023
जामिया में बवाल
वाम समर्थित छात्र संगठन ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बने बीबीसी के विवादित डॉक्यूमेंटरी को दिखाने की घोषणा के बाद दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कहा कि उन्होंने चार छात्रों को हिरासत में लिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी और वे ‘‘विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण अकादमिक माहौल को तबाह करने के निहित स्वार्थ वाले’’ लोगों तथा संगठनों को रोकने के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं.
शाम छह बजे डॉक्यूमेंटरी दिखाया जाएगा
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि एसएफआई ने शाम छह बजे डॉक्यूमेंटरी दिखाने की योजना का ऐलान किया है और इससे कुछ घंटे पहले एसएफआई के चार सदस्यों को हिरासत में लिया गया है. एसएफआई की जामिया इकाई ने एक पोस्टर जारी किया जिसके अनुसार एससीआरसी लॉन गेट नंबर 8 पर शाम छह बजे डॉक्यूमेंटरी दिखाया जाएगा. एसएफआई ने उसके सदस्यों को हिरासत में लिये जाने के बाद जारी बयान में कहा कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र और एसएफआई की जामिया इकाई के सचिव अजीज, जामिया के छात्र और एसएफआई के दक्षिण दिल्ली क्षेत्र के उपाध्यक्ष निवेद्य, जामिया के छात्र और एसएफआई के सदस्य अभिराम तथा तेजस को दिल्ली पुलिस ने डॉक्यूमेंटरी की स्क्रीनिंग से पहले खराब तरीके से हिरासत में ले लिया.
जेएनयू में क्या हुआ
आरोप है कि वाम समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के सदस्य बीबीसी डॉक्यूमेंटरी देखने आए थे. छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने दावा किया है कि उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के दो सदस्यों को पकड़ा था, लेकिन उन्हें परेशान नहीं किया गया था. आइसा की जेएनयू इकाई के अध्यक्ष कासिम ने कहा कि जब वे हम पर पत्थर फेंक रहे थे हमने तभी उन्हें पकड़ लिया, लेकिन हमने किसी भी तरह उन्हें परेशान नहीं किया.
बिजली आपूर्ति और इंटरनेट कनेक्शन बाधित
बीबीसी डॉक्यूमेंटरी को दिखाए जाने के लिए जेएनयू छात्र संघ के कार्यालय में एकत्र हुए कई छात्रों ने दावा किया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्यक्रम को रोकने के लिए बिजली आपूर्ति और इंटरनेट कनेक्शन बाधित करने का काम किया.
गौरव ने क्या कहा
पकड़े गये दो छात्रों में से एक छात्र विश्वविद्यालय का स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष का छात्र गौरव बताया जा रहा है. उसने पत्थर फेंकने की बात से इनकार किया और दावा किया कि जेएनयूएसयू के सदस्यों ने उसके साथ मारपीट की.
भाषा इनपुट के साथ