राजस्थान के भरतपुर में बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर दो जातियां आपस मे भिड़ गईं. दोनों जातियों के बीच भीषण घमाशान के बाद जब पुलिस हालात पर काबू पाने के लिए मौके पर पहुंची तब उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया. दोनों जातियों ने आपसी संघर्ष में न केवल जमकर आगजनी और चक्का जाम किया, बल्कि पुलिस पर तीन बार पथराव भी किया. कई पुलिसकर्मी इस उपद्रव के बीच फंस गए. पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स मंगाकर हालात को काबू करने की कोशिश की. उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए उसे आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े
आपको बताएं कि राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इस बीच नदबई से कांग्रेस विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना ने हाल ही में घोषणा की थी कि वे यहां के एक चौराहे पर बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति लगवाएंगे. उनकी घोषणा के बाद जाट समाज ने इसका विरोध किया. जाट समाज ने यहां भरतपुर संस्थापक महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने की मांग की.
उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और नदबई विधायक जोगिंदर अवाना ने बुधवार शाम को प्रेसवार्ता की. इस दौरान मंत्री विश्वेंद्र ने कहा कि तीनों महापुरुषों की मूर्तियां लग रही हैं. इसमें दलगत राजनीति न करके उससे ऊपर उठकर कार्य करना चाहिए. मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि 14 अप्रैल को बैलारा बाईपास चौराहे पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण होगा. उससे पहले डेहरा मोड़ पर भगवान परशुराम और महाराजा सूरजमल की मूर्तियों की पट्टियों का भूमि पूजन होगा. अतिरिक्त संभागीय आयुक्त अखिलेश कुमार पिप्पल ने बुधवार को डेहरा मोड़ पुलिस चौकी के पास सार्वजनिक भूमि पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाए जाने का आदेश भी जारी कर दिया. डेहरा मोड़ के साथ ही कुम्हेर रोड बाईपास चौराहे पर भी महाराजा सूरजमल की प्रतिमा स्थापित की जाएगी.
पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और विधायक जोगिंदर अवाना की प्रेस वार्ता के बाद बैलारा क्षेत्र में कुछ लोगों ने असंतोष जाहिर किया. इसके बाद लोगों ने बैलारा चौराहे पर सड़क मार्ग पर पेट्रोल डालकर आगजनी की. मौके पर कुछ पुलिसकर्मी मौजूद थे, आगजनी की घटना की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स मौके पर भेजा गया. पुलिस ने सड़क मार्ग से आग को बुझा कर रास्ता खुलवाया.
इस दौरान लोग भड़क गए और पुलिस पर पथराव कर दिया. लोगों को पथराव करता देख पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इससे मौके पर माहौल गर्मा गया. सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. गौरतलब है कि बीते कई दिनों से क्षेत्रवासी महाराजा सूरजमल की मूर्ति को लगाए जाने को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे. क्षेत्रवासियों की मांग थी कि महाराजा सूरजमल की मूर्ति डेहरा मोड़ चौराहे पर स्थापित की जाए.