लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की छोटी बेटी अंजलि बिरला का सिविल सर्विसेज में चयन हो गया है. अंजली बिरला ने बताया कि उन्होंने प्रतिदिन 10 से 12 घंटे परीक्षा की तैयारी की थी. सिविल सेवा में जाने के लिए ही उन्होंने 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद से ही मन बना लिया था. उन्होंने 12वीं कक्षा आर्ट्स विषय से उत्तीर्ण की. इसके बाद दिल्ली के रामजस कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस (ऑनर्स) में डिग्री हासिल की है. इसके बाद उन्होंने एक वर्ष दिल्ली में रहकर ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की. अंजलि की मां और बिरला की पत्नी अमिता बिरला ने बताया कि पूरे परिवार को इस बात की उम्मीद थी कि अंजलि को कामयाबी जरूर मिलेगी.
बड़ी बहन और परिवार को दिया सफलता का श्रेय
अंजली बिरला ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी बड़ी बहन आकांक्षा बिरला को दिया है. अंजली ने कहा कि परीक्षा की तैयारी के दौरान बड़ी बहन प्रेरणास्रोत बनीं रहीं. अंजलि कहती है कि उन्होंने मुझे पढ़ायाा और आईएएस बनने के लिए प्रेरित किया. परीक्षा से लेकर इंटरव्यू तक की रणनीति बनाने में बड़ी बहन ने पूरा योगदान दिया. अंजलि ने बताया कि 10 से 12 घंटे प्रतिदिन पढ़ाई की. वे न सिर्फ उनका उत्साहवर्धन करती रहीं बल्कि पढ़ाई और परीक्षा से लेकर इंटरव्यू तक की तैयारी कराने में पूरा योगदान दिया. अंजली ने बताया कि मां डॉ अमिता बिरला और पिता ओम बिरला ने भी उसे खुद पर विश्वास बनाए रखने को लेकर सदैव प्रेरित करते रहे.
परीक्षा के लिए भी उन्होंने पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन्स विषय चुने थे. परिवार में राजनीतिक माहौल होने के बाद भी प्रशासनिक सेवाओं के क्षेत्र में जाने के सवाल पर अंजली ने कहा कि पिता राजनीतिज्ञ हैं, मां चिकित्सक हैं.
महिला सशक्तिमकरण के लिए काम करना चाहती हैं अंजली
अंजली ने बताया कि प्रशासनिक सेवा के किसी भी विभाग से जुड़कर सेवा देने को तैयार हैं, लेकिन उनकी इच्छा है कि उन्हें महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में काम करने का अवसर मिले. अंजलि का कहना है कि वो भी अपनी मेहनत से स्वयं के पैरों पर खड़ा होकर एक अलग मुकाम बनाना चाहती थी, जो अब हासिल हुआ है.
Posted By: Shaurya Punj