भारत पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, अफगानिस्तान समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा संभव
US India Relation अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारत की अपनी दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को दिल्ली पहुंचे. इस दौरे पर यूएस के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन कई अहम मुद्दों पर बातचीत करते नजर आ सकते हैं. एंटनी ब्लिंकन की अमेरिकी विदेश मंत्री के रूप में भारत की पहली यात्रा है.
US India Relation अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारत की अपनी दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को दिल्ली पहुंचे. इस दौरे पर यूएस के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन कई अहम मुद्दों पर बातचीत करते नजर आ सकते हैं. एंटनी ब्लिंकन की अमेरिकी विदेश मंत्री के रूप में भारत की पहली यात्रा है. जनवरी में राष्ट्रपति जो बाइडन बाइडन के सत्ता में आने के बाद एंटनी ब्लिंकन भारत आने वाले दूसरे अमेरिकी उच्च पदस्थ अधिकारी है.
अपने दो दिवसीय यात्रा के दौरान ब्लिंकन विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात करेंगे. एंटनी ब्लिंकन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे. मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि भारत की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अफगानिस्तान में सुरक्षा हालात, हिंद-प्रशांत में संपर्कों को बढ़ावा देना और कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटने समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं. बताया गया है कि रक्षा क्षेत्र में दोनों पक्ष सहयोग को मजबूती प्रदान करने के तरीके तलाशेंगे.
#WATCH | US Secretary of State Antony Blinken arrives in Delhi on a two-day official visit to India. pic.twitter.com/tGodKBD41Z
— ANI (@ANI) July 27, 2021
इसके साथ ही स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय यात्रा को चरणबद्ध तरीके से बहाल करने की मांग किये जाने की संभावना जताई जा रही है. इसके तहत खासतौर पर छात्रों, पेशेवरों और कारोबारियों के लिए यात्रा नियमों में ढील तथा अन्य मानवीय मामलों के अलावा परिवारों को मिलाना सुनिश्चित करने पर जोर दिया जाएगा.
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि भारत और अमेरिका के नेताओं के बीच क्वाड के मसौदे के तहत सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा होगी. क्वाड के विदेश मंत्री स्तर की बैठक इस वर्ष के अंत में होने की संभावना है. सूत्रों की मानें तो अमेरिका के विदेश मंत्री की यह यात्रा व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, डिजिटल क्षेत्र, नवाचार और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में तथा अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी.