India-China Border Tension : पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव जारी है. तनाव कम करने के लिए भारत और चीन के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की बातचीत भी जारी है. इसी बीच अमेरिका ने एक बार फिर भारत का खुला समर्थन किया है. अमेरिका के उप विदेश मंत्री स्टीफन बिगन ने ‘तीसरे भारत-अमेरिका नेतृत्व सम्मेलन’ कहा कि चीन अपने हितों के हर मोर्चे पर लड़ाई तेज कर रहा है. अमेरिका की रणनीति भारत के गलवान घाटी पर संप्रभुता के दावे सहित सभी मोर्चों पर चीन को पीछे धकेलने की है.
अमेरिकी उप विदेश मंत्री स्टीफन बिगन ने ‘तीसरे भारत-अमेरिका नेतृत्व सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि तार्किक संतुलन और साझे हित की तलाश करने के बजाय अमेरिका ने पाया कि प्रौद्योगिकी की चोरी हो या अन्य देशों के जमीन और समुद्री इलाकों पर राष्ट्रीय संप्रभुता का दावा, चीन ने जितना हो सकता था, उतना मौकों का दोहन किया. उन्होंने आगे कहा कि हमारी रणनीति चीन को वस्तुत: हर क्षेत्र में पीछे धकेलने की है. हम यह सुरक्षा के क्षेत्र में कर रहे हैं. हम यह पर संप्रभु इलाकों पर दावा जताने की उसकी बेमानी मांगों के संदर्भ में कर रहे हैं, चाहे भारत-चीन सीमा पर भारत की गलवान घाटी का मामला हो या फिर दक्षिण प्रशांत सागर का.
बता दें कि चीन ने 29-30 अगस्त को भी पैंगोंग झील इलाके में कब्जे का प्रयास किया था, जिसे भारतीय सेना ने विफल कर दिया. 29/30 अगस्त को भारत और चीन के सैनिकों के बीच पेंगोंग त्सो झील (Pangong Lake) के पास हुई झड़प के बाद तनाव बरकरार है. वहीं इस तनाव के बीच भारतीय सेना ने पेंगोंग त्सो (Pangong Lake) झील के दक्षिणी किनारे को भारत ने अपने अधिकार में ले लिया है. यहां की कई चोटियों पर भारतीय सेना के जवान तैनात हैं.