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तपोवन सुरंग में मिले तीन और शव
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मृतकों की संख्या हुई 54, राहत और बचाव कार्य जारी
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मैौसम डाल सकता है राहत और बचाव कार्य में अड़चन
उत्तराखंड के चमोली में आई त्रासदी के बाद से ही हादसे के शिकार लोगों का शव मिलना जारी है. चमोली पुलिस ने बताया कि, सोमवार को तपोवन टनल से 3 शव बरामद हुए हैं. जिसके बाद अबतक बरामद शवों की संख्या 54 हो चुकी हैं. वहीं जोशीमठ थाने में अब तक कुल 179 लोगों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है.
तपोवन टनल से आज 3 शव बरामद किए गए, अब तक कुल 54 शव बरामद हो चुके हैं। जोशीमठ थाने में अब तक कुल 179 लोगों की गुमशुदगी दर्ज की जा चुकी है: चमोली पुलिस #Uttarakhand
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 15, 2021
गौरतलब है कि हादसे के बाद से तपोवन टनल से अबतक 8 शव मिल चुके हैं. जिसके बाद मिले शवों की संख्या 53 हो गई है. इससे पहले रविवार को 15 शव मिले थे. जिनमें से पांच शव तपोवन-विष्णुगाड सुरंग से मिले थे. इसके अलावा सात शव रैणी गांव से और एक शव रूद्रप्रयाग जिले से मिला है. वहीं, एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि बचाव दल दिन रात लापता लोगों की तलाश में जुटा हुआ है. रात-दिन खोजबिन जारी है.
A total of 8 bodies have been recovered from here (Tapovan tunnel) so far. Operation is still underway, we are working 24/7. 7 bodies have been recovered in Raini, so a total of 15 bodies have been recovered from the two work sites: Aditya Pratap Singh, Deputy Commandant, NDRF pic.twitter.com/Bjl0lJIMNc
— ANI (@ANI) February 15, 2021
बचाव कार्य में मौसम डाल सकता है अड़चन: इधर, जोर शोर से चल रहे बचाव काम में मौसम बादा डाल सकता है. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर कहा है कि आने वाले कुछ घंटों में इलाके में मौसम का मिजाज बदल सकता है. मौसम विभाग ने बारिश और बर्फबारी का अलर्ट दिया है.
युद्धस्तर पर जारी है राहत और बचाव कार्य: उत्तराखंड के तपोवन और विष्णुगाड सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने का अभियान जोर शोर से चल रहा है. सेना के जवान, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीम दिन रात काम कर राहत बचाव कार्य में लगी है. अबतक 54 लोगों के शव अलग अलग इलाकों से निकाले जा चुके हैं, और बाकी लापता लोगों की जोर शोर से तलाश की जा रही है.
गौरतलब है कि बीते 7 फरवरी को ऋषि गंगा में ग्लेशियर फटने से आयी बाढ़ के बाद 35 लोग तपोवन सुरंग में फंस गए थे. वहीं हादसे के बाद बैराज, ऋषिगंगा जल विद्युत परियोजना स्थल में कई लोग मलबे में दब गए थे. जिसके बाद राहत और बचाव दल इनकी खोजबीन में जुटा हुआ है.
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Posted by: Pritish Sahay