गोपेश्वर (Uttarakhand Election 2022) : चमोली जिले में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने डाक मतपत्रों से मतदान किया. इसके लिए तीनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए पोलिंग पार्टियां भेजी गईं. वहीं, भारी बर्फबारी के चलते कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के गैरसैंण क्षेत्र की आठ पोलिंग पार्टियां रास्ते में ही फंस गईं, जिन्हें निर्वाचन विभाग ने वापस बुला लिया है. अब इन टीमों को पांच फरवरी को फिर से मतदान के लिए भेजा जाएगा.
चमोली जिले के तीनों विधानसभा सीटों के लिए बृहस्पतिवार को 251 दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं से डाक मतपत्रों के माध्यम से मतदान कराया गया. इसके लिए तीनों विधानसभा क्षेत्रों में बनाए गए पोलिंग बूथों के लिए 60 पोस्टल बैलेट मतदान पार्टियां रवाना हुईं. लेकिन भारी बर्फबारी के चलते कर्णप्रयाग के गैरसैंण क्षेत्र में आठ पार्टियां रास्ते में फंस गईं. दिवाली खाल के पास खेती नामक स्थान तक भारी बर्फबारी से कर्णप्रयाग-रानीखेत हाईवे बंद हो गया है.
मार्ग पर फंसी पोलिंग पार्टियों ने इसकी सूचना जिला निर्वाचन कार्यालय को दी. निर्वाचन कार्यालय की ओर से मार्ग से बर्फ हटाने के लिए जेसीबी का भी सहारा लिया, लेकिन लगातार हो रही बर्फबारी के बीच वाहनों का आगे जाना संभव नहीं हो पा रहा था. शाम साढ़े चार बजे इन आठ पोलिंग पार्टियों को वापस बुला लिया गया. उधर, मतदान कराकर वापस आ रही एक पोलिंग पार्टी समाचार दिए जाने तक मार्ग में फंसी हुई थी. उसको निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं.
जोशीमठ क्षेत्र में भी भारी बर्फबारी के बीच बृहस्पतिवार को पोलिंग पार्टियों ने डाकमत पत्र से दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं से मतदान कराया. हालांकि इस क्षेत्र में भी भारी बर्फबारी हो रही है, लेकिन यहां सभी पोलिंग पार्टियों ने बिना किसी रुकावट के मतदान कराया. कुछ जगह पर बर्फबारी के चलते इनके वाहन रुके रहे, लेकिन देर शाम तक सभी पार्टियां वापस आ गई थीं.
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जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि गैरसैंण क्षेत्र में आठ पोलिंग पार्टियां बर्फबारी में फंस गईं. उनको एहतियातन शाम साढ़े चार बजे वापस आने के लिए कहा गया. इन पोलिंग पार्टियों को पांच फरवरी को फिर से क्षेत्र के लिए भेजा जाएगा. एक पोलिंग पार्टी मतदान संपन्न कराकर वापस आ रही थी, वह भी रास्ते में फंसी हुई है. उसको निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं.