Uttarakhand Election 2022: चीन-नेपाल से सटे उत्तराखंड की 70 सीट पर कल वोटिंग, जानें यहां क्या है समीकरण
Uttarakhand Election 2022: चीन जैसे चालबाज पड़ोसी की वजह से आये दिन सीमा पर तनाव की स्थिति उत्पन्न होती रहती है. इसलिए विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तराखंड में वोटिंग को अहम माना जा रहा है.
Uttarakhand Election 2022: भारत का पहाड़ी राज्य उत्तराखंड चीन और नेपाल की सीमा से सटा है. 70 विधानसभा सीटों वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election 2022) के लिए वोटिंग कल यानी 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे दिन होगी. चीन जैसे चालबाज पड़ोसी की वजह से आये दिन सीमा पर तनाव की स्थिति उत्पन्न होती रहती है. इसलिए विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग को काफी अहम माना जा रहा है.
उत्तराखंड में वोटिंग पर टिकी सबकी निगाहें
उत्तराखंड के कम से कम पांच जिले ऐसे हैं, जो पड़ोसी देश चीन और नेपाल से लगते हैं. उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ चालबाज चीन की सीमा से लगा है, तो पिथौरागढ़, चम्पावत और ऊधमसिंहनगर नेपाल की सीमा से सटा है. चीन की वजह से आये दिन नेपाल भी बीच-बीच में भारत को आंखें दिखाने की हिमाकत करने लगता है. इसलिए देश को सबसे ज्यादा सैनिक देने वाले राज्यों में शुमार उत्तराखंड की सत्ता पर सभी दलों की निगाहें टिकी हैं.
चीन और नेपाल की सीमा से सटा है उत्तराखंड
उत्तराखंड (Uttarakhand Election Date) में वोटिंग का असर उत्तर प्रदेश के चुनावों पर भी पड़ेगा, क्योंकि आधा दर्जन से ज्यादा सीटें इस प्रदेश की सीमा से सटी हैं. नेपाल से सटे उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर की सीमाएं यूपी के कम से कम 4 जिलों (बरेली, पीलीभीत, रामपुर और मुरादाबाद) से सटती हैं. बिजनौर, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर से हरिद्वार की सीमाएं सटती हैं. उत्तर प्रदेश से अलग होकर बने उत्तराखंड के लोगों की वोटिंग का मिजाज निश्चित तौर पर यूपी को भी प्रभावित करता है.
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कांग्रेस को जीत का पूरा भरोसा
बहरहाल, कांग्रेस पार्टी को पूरा विश्वास है कि इस बार के चुनाव में वह वर्तमान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार को उखाड़ फेंकेगी, जबकि सत्तारूढ़ दल को भरोसा है कि एक बार फिर जनता उसे सेवा का मौका देगी. कांग्रेस ने भाजपा की नाकामियों को मुद्दा बनाया है, तो सत्तारूढ़ दल भाजपा ने केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का जनता के बीच में जमकर बखान किया है.
राजनीतिक दलों ने खूब किये हैं जनता से वादे
कांग्रेस ने एक से बढ़कर एक लोकलुभावन वायदे किये हैं, तो आम आदमी पार्टी (AAP) भी वादे करने में कहां पीछे रहने वाली थी. दिल्ली में सरकार चला रहे अरविंद केजरीवाल, जो आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक भी हैं, ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को अपना हथियार बनाया है. उन्होंने दावा किया है कि अगर आप की उत्तराखंड में सरकार बनी, यहां के लोगों को दिल्ली जैसी सुविधाएं मिलने लगेंगी.
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उत्तराखंड में बनेगी किसकी सरकार?
अरविंद केजरीवाल ने यहां के लोगों को गारंटी दी है. कहा है कि सत्ता में आये, तो मुफ्त में राशन मिलेगा, मुफ्त में बिजली, मुफ्त का पानी, स्कूल में शिक्षा मुफ्त. यहां तक कि स्वास्थ्य सेवाएं भी मुफ्त में मिलेंगी. भाजपा ने भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए खूब वादे किये हैं. लेकिन, देखना यह है कि 10 मार्च (Uttarakhand Election Result 2022 Date) को जब मतगणना होगी, तो उत्तराखंड में सरकार किसकी बनती है.
10 मार्च को होगी मतगणना
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में वोटिंग होनी है. इनमें से पहले चरण की वोटिंग 10 फरवरी को संपन्न हुई. दूसरे चरण की वोटिंग 14 फरवरी को होने जा रही है. इसी दिन उत्तराखंड और गोवा की क्रमश: 70 और 40 विधानसभा सीटों पर भी वोटिंग होनी है. सभी राज्यों में 10 मार्च को एक साथ मतगणना होगी.
Posted By: Mithilesh Jha