Uttarakhand Glacier Flood चमोली से हरिद्वार तक अलर्ट, ऋषिगंगा और तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट पूरी तरह बर्बाद
Uttarakhand Glacier Flood Latest Update देहरादून : उत्तराखंड में ग्लेशियर (Uttarakhand Glacier Flood) टूटने से भारी बाढ़ आई है. तेज पानी का बहाव अपने साथ सबकुछ बहा कर ले जा रहा है. सबसे बड़े पावर प्रोजेक्ट ऋषिगंगा और तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट को बड़ा नुकसान होने की सूचना आ रही है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra Singh Rawat) मौके पर पहुंच चुके हैं और लोगों से अफवाह से बचने की अपील की है. इस हादसे में प्रोजेक्ट में काम कर रहे कई लोगों के पानी में बह जाने की बात भी कही जा रही है.
Uttarakhand Glacier Flood Latest Update देहरादून : उत्तराखंड में ग्लेशियर (Uttarakhand Glacier Flood) टूटने से भारी बाढ़ आई है. तेज पानी का बहाव अपने साथ सबकुछ बहा कर ले जा रहा है. सबसे बड़े पावर प्रोजेक्ट ऋषिगंगा और तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट को बड़ा नुकसान होने की सूचना आ रही है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra Singh Rawat) मौके पर पहुंच चुके हैं और लोगों से अफवाह से बचने की अपील की है. इस हादसे में प्रोजेक्ट में काम कर रहे कई लोगों के पानी में बह जाने की बात भी कही जा रही है.
चमोली पुलिस ने ट्वीट किया कि जनमानस को सूचित किया जाता है कि तपोवन रैणी क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने से पानी आने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को क्षति पहुंची है, जिससे नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जिस कारण अलकनंदा नदी किनारे रह रहे लोगों से अपील है कि अतिशीघ्र सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि पैनिक न फैलाएं.
टीवी रिपोर्ट की मानें तो ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह बर्बाद हो चुका है. इसमें काम करने वाले कई लोग लापता हैं. वहीं तपोवन पावर प्रोजेक्ट को काफी क्षति पहुंची है. टीवी रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कुल पांच बड़े पावर प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है. हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है. इस पूरे मामले पर गृह मंत्रालय नजर बनाए हुए हैं.
घटना के तुरंत बाद राज्य सरकार की एसडीआरएफ की टीम तपोवन और ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट के पास पहुंच गयी और बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया. वहीं एनडीआरएफ की चार से पांच टीमों को वहां पहुंचा दिया गया है. टीमें बचाव-राहत कार्य में लग गयी हैं. उत्तराखंड सरकार ने चमोली से लेकर हरिद्वार तक अलर्ट जारी कर दिया है. नदी किनारे बसे लोगों को वहां से हटाया जा रहा है.
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया कि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, आईटीबीपी के डीजी और एनडीआरएफ के डीजी से बात की है. सभी संबंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं. देवभूमि को हर सम्भव मदद दी जायेगी.
#WATCH | Water level in Dhauliganga river rises suddenly following avalanche near a power project at Raini village in Tapovan area of Chamoli district. #Uttarakhand pic.twitter.com/syiokujhns
— ANI (@ANI) February 7, 2021
इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर लोगों से अफवाह न फैलाने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. वे लगातार ट्वीट कर जानकारी दे रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है. नदी का जलस्तर सामान्य से अब एक मीटर ऊपर है, लेकिन बहाव कम होता जा रहा है. राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नजर रख रही है.
Posted By: Amlesh Nandan.