रुड़की (उत्तराखंड) : भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा के जिलाध्यक्ष जगजीवन राम ने बुधवार को रुड़की तहसील स्थित चकबंदी विभाग के कार्यालय के सामने पेड़ पर चढ़कर खुदकुशी की चेतावनी दी. भाजपा नेता का कहना था कि चकबंदी कार्य में फर्जी आदेश के आधार पर दूसरों की जमीन हड़पने वालों के खिलाफ कार्रवाई न होने से विवश होकर उसे यह रास्ता अपनाना पड़ा.
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा के जिलाध्यक्ष जगजीवन राम बुधवार सुबह तहसील पहुंचे और चकबंदी कार्यालय के सामने स्थित एक पेड़ के ऊपर पेट्रोल की बोतल लेकर चढ़ गए. इससे प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया. उन्होंने अपने ऊपर पेट्रोल भी छिड़क लिया और आग लगाने की चेतावनी देने लगे। इस बीच वह पहुंचे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने तहसील परिसर में धारा 144 लागू होने का हवाला देकर मीडियाकर्मियों को बाहर परिसर से बाहर निकाल दिया.
वहीं, पेड़ पर चढ़े जगजीवन राम का कहना था कि जिले के चकबंदी विभाग के अधिकारी, लेखपाल आदि की मिलीभगत से फर्जी आदेश कराकर किसानों की जमीन हड़पने का काम किया जा रहा है. इस मामले में कोई कार्रवाई न होने पर उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है. तहसील में भारी पुलिस बल और प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे और उन्हें मनाने का प्रयास करते रहे. बाद में सीओ विवेक कुमार ने बताया कि करीब दो घंटे के प्रयास और आश्वासन के बाद भाजपा नेता को पेड़ से नीचे उतारा जा सका. उसकी शिकायत पर जांच कराई जाएगी और कार्रवाई की जाएगी.
Posted By : Amitabh Kumar