Uttarakhand Political Crisis/Tirath Singh Rawat : ‘आप’ ने कसा तंज – हमने चुनौती क्या दी ‘जीरो विजन’ सीएम रावत ने इस्तीफा ही दे दिया
Uttarakhand Political Crisis/Tirath Singh Rawat : आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे पर करारा तंज कसा है. उन्होंने कहा कि आप ने रावत को गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र से उप चुनाव लड़ने की चुनौती क्या दी, उन्होंने मुख्यमंत्री पद ही छोड़ दिया. भाजपा ने पहले जीरो वर्क सीएम, फिर जीरो विजन सीएम दिया था और अब आगे का पता नहीं है.Uttarakhand, Tirath Singh Rawat, Tirath Singh Rawat News, Uttarakhand News, BJP, JP Nadda, Chief Minister Tirath Singh Rawat
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आप के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे पर करारा तंज कसा
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भाजपा ने पहले जीरो वर्क सीएम, फिर जीरो विजन सीएम दिया था :मोहनिया
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मुख्यमंत्री ने चुनौती स्वीकार करने के बजाय इस्तीफा दे दिया:मोहनिया
देहरादून : आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे पर करारा तंज कसा है. उन्होंने कहा कि आप ने रावत को गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र से उप चुनाव लड़ने की चुनौती क्या दी, उन्होंने मुख्यमंत्री पद ही छोड़ दिया. भाजपा ने पहले जीरो वर्क सीएम, फिर जीरो विजन सीएम दिया था और अब आगे का पता नहीं है.
मोहनिया ने ट्वीट किया कि आम आदमी पार्टी ने गंगोत्री से कर्नल (रिटायर्ड) अजय कोठियाल को अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था. मुख्यमंत्री ने चुनौती स्वीकार करने के बजाय इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल में भाजपा ने उत्तराखंड में तीसरा मुख्यमंत्री सौंपने की तैयारी कर ली है। यही भाजपा का असली चरित्र है. भाजपा को राज्य की तकदीर नहीं, सीएम बदलने की राजनीति करनी है. प्रदेश की जनता इसका जवाब जरूर देगी.
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दोनों भले थे, भाजपा ने चौराहे पर ला दियाः हरीश रावत
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने भी बड़ा व्यंग्य कसा. अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि दोनों टीएसआर (त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत) भले आदमी हैं, लेकिन भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों को चौराहे पर खड़ा कर दिया. हरीश रावत ने यह भी कहा कि यह बड़ा झूठ है कि कोरोना संक्रमण की वजह से उपचुनाव नहीं हो सकते और संविधानिक बाध्यता के कारण मुख्यमंत्री इस्तीफा दे रहे हैं. वास्तविकता यह है इसी कोरोनाकाल में सल्ट में भी उपचुनाव हुआ. मुख्यमंत्री वहां से भी चुनाव लड़ सकते थे.
कानून की पूरी जानकारी न होने और मुगालते में रहने के कारण राज्य के ऊपर एक और मुख्यमंत्री थोपा जाएगा.
Posted By : Amitabh Kumar