राज्य सचिवालय के लोक निर्माण और वन विभाग में कार्यरत अतिरिक्त निजी सचिव गौरव चौहान को अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया है. आपको बता दें कि गौरव चौहान को इस मामले में बीते दिनों पूछताछ के लिए तलब किया गया था और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले में अब तक कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
विशेष कार्य बल उत्तराखंड के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा, यूकेएसएसएससी पेपर लीक (Uttarakhand SSSC Exam) मामले की जांच अब प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ और भर्ती आयोग के बाद उत्तराखंड सचिवालय पहुंच गई है. उन्होंने कहा, “पूर्व में गिरफ्तार किए गए आरोपियों और अन्य छात्रों से गहन पूछताछ और पुख्ता सबूतों के आधार पर परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने के संबंध में मनोज जोशी (अदालत कर्मचारी) और आरोपी तुषार चौहान से जानकारी दी गई.”
अजय सिंह ने आगे बताया कि आरोपी ने दो उम्मीदवारों के साथ 15-15 लाख रुपये में सौदा किया था, जिसमें से 24 लाख रुपये परीक्षा के परिणाम के बाद उम्मीदवार के माध्यम से प्राप्त किए गए थे. उन्होंने कहा, “बाकी का भुगतान परीक्षा से पहले दूसरों को कर दिया गया था. उपरोक्त गिरफ्तारी पूछताछ और उपलब्ध साक्ष्य और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के आधार पर की गई है.”
सूत्रों के अनुसार, कथित अनियमितताओं की जांच के लिए एक विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का गठन किया गया था. स्नातक स्तर की भर्ती परीक्षा में कथित धांधली के मामले में देहरादून पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) ने मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी है.
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जांच के आदेश दिए थे. यूकेएसएसएससी ने पिछले साल (2021) 4 और 5 दिसंबर को लिखित परीक्षा आयोजित की थी. 854 पदों के लिए आयोग की यह सबसे बड़ी परीक्षा थी, जिसमें विभिन्न विभागों के 13 कैटेगरी के पदों को भरा जाना था. (एएनआई)