जोशीमठ (उत्तराखंड) : चालू साल की विदाई और नए साल के स्वागत के जश्न से पहले हिमनगरी औली बर्फ से ढंक गई है. कड़ाके की ठंड भी पड़ रही है लेकिन बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आ रहे हैं. बर्फबारी से खुश पर्यटन व्यवसायियों को उम्मीद है कि अब यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे. मंगलवार रात को चमोली जिले में जमकर बर्फबारी हुई है.
औली में चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है. यहां पर आधा फिट बर्फ जमी हुई है. अभी फिर बर्फबारी के आसार बने हुए हैं. बर्फबारी के चलते औली में इन दिनों बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. हालांकि बर्फबारी से औली में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है.
चंड़ीगढ़ से मानवी और तुषार पहली बार औली पहुंचे हैं. आज उन्होंने पहली बार बर्फबारी होती देखी है. होटल व्यवसाय से जुड़े अजय भट्ट का कहना है कि औली में बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा तो नए साल के जश्न के लिए बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद है.
उधर बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दूसरे दिन भी बर्फबारी हुई. करीब 21 गांवों के पैदल मार्ग पर भी बर्फ जम जाने से ग्रामीणों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जोशीमठ-औली और गोपेश्वर-चोपता मोटर मार्ग बुधवार को दोपहर तक बाधित रहा. बदरीनाथ हाईवे पर हनुमान चट्टी से आगे हाईवे पर बिछी बर्फ में पाला जमने से सेना और आईटीबीपी के वाहन रपट रहे हैं.
ऊंचाई वाले स्थानों में मंगलवार को दोपहर बाद हुई बर्फबारी बुधवार को सुबह तक हुई. फिर धूप निकली तो लोगों को कड़ाके की ठंड से राहत मिली, लेकिन दोपहर बाद फिर मौसम खराब हो गया और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई. बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, लाल माटी, नंदा घुंघटी के साथ ही नीती और माणा घाटी में बर्फबारी हुई है. ईराणी गांव के ग्राम प्रधान मोहन सिंह नेगी ने बताया कि बर्फबारी के बाद पाला जमने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इधर, जिला पूर्ति अधिकारी शशिकला फरस्वाण ने बताया कि घाट, थराली, दशोली और जोशीमठ के गांवों में जनवरी माह तक का एडवांस राशन भेज दिया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्यान्न की कोई दिक्कत नहीं है.
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बदरीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड पड़ने से मास्टर प्लान के तहत चल रहे कार्य भी रुक गए हैं. यहां आस्था पथ, शेषनेत्र झील का सौंदर्यीकरण व अन्य निर्माण कार्य होने थे, लेकिन कड़ाके की ठंड पड़ने से धाम में रह रहे मजदूर भी निचले क्षेत्रों में आ गए हैं. बदरीनाथ हाईवे पर हनुमान चट्टी तक ही ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य इन दिनों चल रहा है. बदरीनाथ धाम में शेषनेत्र झील भी पूरी तरह से जम गई है.
Posted By : Amitabh Kumar