Uttarakhand CM Dhami On Kanwar Yatra उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह हमारी आस्था और श्रद्धा से जुड़ा विषय है. लेकिन, इसके साथ ही हमें इस बात का ख्याल रखना होगा कि यात्रा के दौरान लोगों की जान-माल को कोई खतरा नहीं आए. क्योंकि एक या दो लाख लोगों की यात्रा नहीं है, बल्कि कई करोड़ लोगों की यात्रा है. उन्होंने कहा कि कांवड़ा यात्रा के लिए उत्तराखंड राज्य तो केवल एक होस्ट के तौर पर है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की सरकार इस बात का ख्याल रखेगी कि कोरोना संक्रमण का खतरा नहीं फैले और लोगों की जान सुरक्षित रहें. पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भगवान को भी अच्छा नहीं लगेगा, अगर किसी की जान चली जाएं.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा पर फैसला पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से बातचीत के बाद लिया जाएगा. क्योंकि, ज्यादातर कांवड़ इन्हीं राज्यों से आती हैं. दरअसल, एक्सपर्ट्स ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच कांवड़ यात्रा सुपरस्प्रेडर इवेंट के रूप में कुंभ मेले से पांच गुना अधिक खतरनाक साबित हो सकती है. एक्सपर्ट्स की मानें तो कांवड़ यात्रा में कुंभ मेले की तुलना में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा अधिक है, क्योंकि यात्रा करने वाले भक्तों की संख्या कुंभ में शामिल होने वालों की तुलना में काफी अधिक होने की संभावना है.
बता दे कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार मुलाकात की. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री से आज दिल्ली में राज्य के विकास, कोरोना की संभावित तीसरी लहर, चार धाम यात्रा और कांवड़ यात्रा के विषय पर चर्चा की. पुष्कर सिंह ने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रपति, केंद्रीय गृहमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों का धन्यवाद किया कि उन्होंने मुख्यसेवक के तौर पर काम करने का अवसर प्राप्त करवाया. आज तक से बातचीत के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने भू-कानून और आगामी विधानसभा चुनाव पर चर्चा की.
उल्लेखनीय है कि 25 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होनी है. बीते वर्ष कोरोना के कारण कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई थी. वहीं, इस बार यूपी की योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा को अनुमति दे दी है. जबकि, उत्तराखंड सरकार ने अभी तक कावड़ यात्रा पर रोक लगाई हुई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड सरकार कांवड़ यात्रा को अनुमति देने पर विचार कर रही है. वहीं, उत्तराखंड हाईकोर्ट ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए चार धाम यात्रा पर रोक लगा रखी है. राज्य सरकार ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है. पिछले वर्षों में कांवड़ यात्रा के लिए लोगों की संख्या 2 करोड़ से 5 करोड़ के बीच रही है.
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