Vaishno Devi: वैष्णो देवी यात्रा फिर से शुरू, भारी बारिश के कारण बंद करना पड़ा था मार्ग, जानें ताजा अपडेट

जम्मू कश्मीर के कटरा में भारी बारिश के कारण वैष्णो देवी यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई थी. हालांकि मौसम साफ होने के बाद शनिवार सुबह एक बार फिर से शुरू कर दी गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2022 10:31 AM
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जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में वैष्णो देवी यात्रा शुक्रवार शाम को अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई थी. ऐसा इसलिए क्योंकि वहां तेज बारिश के कारण अचानक बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी. हालांकि अब शनिवार सुबह एक बार फिर से यात्रा शुरू कर दी गई है. यात्रा शुरू होने से में एक फिर उत्साह देखने को मिल रहा है. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और किसी के हताहत होने या नुकसान की कोई खबर नहीं है.

भारी बारिश के कारण तीर्थयात्रियों की आवाजाही

दरअसल धर्मस्थल बोर्ड ने सूचित किया, ”भारी बारिश के मद्देनजर कटरा से वैष्णो देवी की ओर जाने वाले तीर्थयात्रियों की आवाजाही रोक दी गई है. नीचे की ओर आने वाले तीर्थयात्रियों को प्राथमिकता दी जा रही है.” उन्होंने कहा, “भवन क्षेत्र में वर्तमान में तीर्थयात्रियों, पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारियों और अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवनीत, जो भवन में तैनात हैं, वो निगरानी में सांझीछत और फिर कटरा की ओर आने वाले यात्रियों को प्राथमिकता दी जा रही है.”


वैष्णो देवी ट्रैक पर बाढ़ जैसे हालात

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने कहा कि किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है और स्थिति नियंत्रण में है. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए कई वीडियो में वैष्णो देवी ट्रैक पर बाढ़ जैसे हालात दिखाई दे रहे हैं. एक अधिकारी के अनुसार, कटरा, प्रसिद्ध मंदिर में जाने वाले तीर्थयात्रियों के आधार शिविर शाम को कई घंटों तक मूसलाधार बारिश से प्रभावित रहे, जिसके कारण अधिकारियों को एहतियात के तौर पर शनिवार सुबह 5 बजे तक यात्रा में देरी करनी पड़ी.

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ये रास्ते हाई अलर्ट पर

अधिकारियों ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप हिमकोटी (बैटरी वाहन) ट्रैक को निलंबित कर दिया गया था. दहशत से बचने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए नियमित घोषणाएं की जा रही हैं. अधिकारियों ने यह भी कहा कि आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों, सीआरपीएफ और चिकित्सा इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.

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