वंदे भारत मिशन का तीसरा फेज शुरू, अमेरिका से भारतीयों के लिए उड़ेंगी फ्लाइट
कोवि़ड -19 के संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए वंदे भारत मिशन का तीसरा चरण गुरुवार को शुरू हुआ और 2 जुलाई तक जारी रहेगा. फेज 3 में 43 देशों की 432 अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें होंगी, जो 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहुंच रही हैं. इस फेज में 29 उड़ानें हैं जिसमें 24 इंडिगो (जीसीसी, मलेशिया), 3 गोएयर (जीसीसी) और 2 विस्तारा (सिंगापुर) की निजी विमान सेवा शामिल हैं. इसके अलावा अफ्रीका में छह देशों से उड़ानों की व्यवस्था की है.
कोवि़ड -19 के संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए वंदे भारत मिशन का तीसरा चरण गुरुवार को शुरू हुआ और 2 जुलाई तक जारी रहेगा. फेज 3 में 43 देशों की 432 अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें होंगी, जो 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहुंच रही हैं. इस फेज में 29 उड़ानें हैं जिसमें 24 इंडिगो (जीसीसी, मलेशिया), 3 गोएयर (जीसीसी) और 2 विस्तारा (सिंगापुर) की निजी विमान सेवा शामिल हैं. इसके अलावा अफ्रीका में छह देशों से उड़ानों की व्यवस्था की है.
अमेरिका और कनाडा से उड़ानों की संख्या को भी बढ़ा दिया गया है. अमेरिका से 53 उड़ानें और कनाडा से 24 उड़ानों की व्यवस्था की है. पेरिस और फ्रैंकफर्ट से 16 उड़ानें भी होंगी जिनका उपयोग यूरोप में हब के रूप में किया जाना है.
कोविड-19 महामारी के चलते विदेश से आने वाले लोगों पर लगी पाबंदी के बीच भारत सरकार ने शुक्रवार को ओसीआई कार्ड धारकों समेत कुछ श्रेणी के लोगों को भारत में प्रवेश की अनुमति दी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भारत में प्रवेश करने की अनुमति पाने वाले लोगों में विवाहित जोड़े हैं जहां पति या पत्नी में से किसी एक के पास ओसीआई कार्ड है और दूसरा भारतीय नागरिक है.
इसके अलावा उन छात्रों को प्रवेश की अनुमति दी गई है जिनके पास ओसीआई कार्ड है और उनके माता या पिता में से किसी एक के पास ओसीआई कार्ड है या वह भारत के नागरिक हैं. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विदेश में रहने वाले कुछ लोगों को भारत में प्रवेश की अनुमति दी है जिसमें ओसीआई कार्ड धारक और वे नाबालिग शामिल हैं जिनके पास ओसीआई कार्ड है और जिनके माता पिता भारत के नागरिक हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, गुरुवार तक विदेश में फंसे कुल 1,65,375 भारतीय वंदे भारत मिशन के तहत देश लौट आए हैं. इनमें 29,034 प्रवासी कामगार, 12,774 छात्र और 11,241 पेशेवर शामिल हैं। 61,000 से अधिक भारतीय नेपाल, भूटान और बांग्लादेश से भूमि सीमा आव्रजन चौकियों के माध्यम से लौट आए हैं. कुल 3,99,081 लोगों ने विदेश में भारत के मिशन के साथ सम्मोहक आधार पर भारत के प्रत्यावर्तन के लिए अपने अनुरोध को पंजीकृत किया है.