राजस्थान में एक बार फिर से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गयी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच विवाद बढ़ता नजर आ रहा है. विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत और कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बढ़ाते हुए सचिन पायलट ने अपनी ‘जन संघर्ष पदयात्रा’ अजमेर से शुरू कर दी है. पायलट पांच दिनों तक यात्रा करेंगे. दूसरी ओर राज्सथान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सीएम अशोक गहलोत और पायलट पर हमला बोलीं.
अशोक गहलोत की बात गांधी परिवार में और न ही विधायक सुन रहे : राजे
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत पर हमला करते हुए कहा, मुख्यमंत्री गहलोत की बात न जो गांधी परिवार में सुनी जा रही है और न ही उनके विधायक सुन रहे हैं. उन्होंने सचिन पायलट बगावती हैं. अशोक गहलोत को पहले से ही राजस्थान में हार का डर सताने लगा है, इसलिए कुछ भी बयान दे रहे हैं. राजे ने ट्वीट किया और लिखा, सच यह है कि गहलोत जी की न अब गांधी परिवार सुन रहा और न ही उनके विधायक. पायलट बगावती हैं सो अलग. होने वाली हार से भयभीत गहलोत राहुल गांधी की नजर में आने के लिए कुछ भी बोल रहे हैं जबकि मोदी जी ने जो विकास के कीर्तिमान स्थापित किए हैं, वो न भूतो न भविष्यति.
भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर यात्रा पर निकले पायलट
सचिन पायलट ने अपनी पांच दिनों की यात्रा को भ्रष्टाचार के विरोध में बताया. उन्होंने कहा कि ‘अपनी आवाज उठाने, आपकी आवाज सुनने और जनता की आवाज बनने के लिए’ यह यात्रा निकाली जा रही है. यह यात्रा अजमेर से शुरू होकर जयपुर की ओर आएगी और लगभग 125 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. पहले दिन रात्रि विश्राम किशनगढ़ के तोलामल गांव में होगा.
पायलट ने गहलोत सरकार पर लगाया गंभीर आरोप
सचिन पायलट ने पेपर लीक प्रकरण व वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई नहीं किए जाने का मुद्दा उठाया. पायलट ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई को लेकर 11 अप्रैल को एक दिन का अनशन भी किया था. इधर पायलट की यात्रा से कांग्रेस में एक बार फिर से हलचल मच गयी है. पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए एक वीडियो जारी किया और कहा, जन जन के मुख्यमंत्री.
2018 से पायलट और गहलोत के बीच जारी है संघर्ष
राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. पायलट व मुख्यमंत्री गहलोत के बीच 2018 के आखिर में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के समय से ही ‘नेतृत्व’ को लेकर खींचतान चली आ रही है.