जगदीप धनखड़ होंगे देश के 14वें उपराष्ट्रपति, हार के बाद अल्वा ने कही ये बात
Vice President Election: एनडीए के प्रत्याशी और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ देश के नए उपराष्ट्रपति चुन लिए गए है. उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को 528 मत, जबकि विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले है.
Vice President Election: उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए को जीत मिली है. इसी के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के प्रत्याशी और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ देश के नए उपराष्ट्रपति चुन लिए गए है. उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को 528 मत, जबकि विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले है. उपराष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद मार्गरेट अल्वा ने कहा कि बीजेपी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करके कुछ दलों और उनके नेताओं ने अपनी विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाया है.
देश के नए उपराष्ट्रपति होंगे जगदीप धनखड़
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ देश के नए उपराष्ट्रपति होंगे. अधिकारियों ने बताया कि इस चुनाव में कुल 725 सांसदों ने मतदान किया था, जिनमें से 710 वोट वैध पाए गए, 15 मतपत्रों को अवैध पाया गया. अब 71 वर्षीय धनखड़ एम वेंकैया नायडू के स्थान पर देश के नए उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति होंगे. वह भारत के 14वें उपराष्ट्रपति होंगे. नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को पूरा हो रहा है.
मार्गरेट अल्वा ने जगदीप धनखड़ को बधाई दी
चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद मार्गरेट अल्वा ने जगदीप धनखड़ को बधाई दी और साथ ही उन विपक्षी नेताओं और सांसदों का आभार प्रकट किया जिन्होंने विपक्ष की साझा उम्मीदवार के तौर पर उनका समर्थन किया था. मार्गरेट अल्वा ने ट्वीट किया, श्री धनखड़ के उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर उन्हें बधाई. मैं विपक्ष के उन सभी नेताओं और सांसदों का आभार जताती हूं जिन्होंने इस चुनाव में मुझे वोट किया. मैं उन सभी स्वयंसेवियों को भी धन्यवाद कहती हूं जिन्होंने इस छोटे, लेकिन गहन चुनाव प्रचार के दौरान अपनी नि:स्वार्थ सेवा दी.
50 से अधिक सांसदों ने अपने मताधिकार का नहीं किया इस्तेमाल
उपराष्ट्रपति चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत करीब 93 प्रतिशत सांसदों ने मतदान किया, जबकि 50 से अधिक सांसदों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया. मतदान करने के पात्र 780 सांसदों में से 725 ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. मतदान सुबह 10 बजे शुरू हुआ था और शाम 5 बजे संपन्न हुआ.
उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रही टीएमसी
संसद के दोनों सदनों को मिलाकर कुल सदस्यों की संख्या 788 होती है, जिनमें से उच्च सदन की आठ सीट फिलहाल रिक्त है. ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव में 780 सांसद वोट डालने के लिए पात्र थे. तृणमूल कांग्रेस अपनी पहले की घोषणा के मुताबिक इस चुनाव से दूर रही. दोनों सदनों में उसके कुल 36 सांसद हैं.