भारतीय बैंकों से हजारों करोड़ का कर्ज लेने के बाद फरार कारोबारी विजय माल्या के भारत प्रत्यर्पण में अभी लंबा वक्ता लग सकता है. लगभग सभी कानूनी रास्ते बंद हो जाने के बाद विजय माल्या ने खुद को बचाने के लिए अब आखरी पैंतरा चल दिया है. उसने मानवता के आधार पर ब्रिटेन में शरण के लिए याचिका लगायी है.
सीएनबीसी टीवी-18 के हवाले से लाइव मिंट ने ये खबर दी है. हाल ही में लंदन हाईकोर्ट ने माल्या की ओर से प्रत्यर्पण के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक विजय माल्या ने ब्रिटेन की गृहमंत्री प्रीति पटेल के सामने शरण मांगने के लिए अर्जी भेज दी है.पिछले महीने अप्रैल में ब्रिटेन के हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि विजय माल्या को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है.
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इसके बाद 14 मई को कोर्ट ने विजय माल्या को सुप्रीम कोर्ट जाने का मौका देने से इनकार कर दिया था.इसका मतलब यह है कि अब विजय माल्या ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर नहीं कर सकता. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ब्रिटेन में शरण पाने के लिए याचिका कब दायर की गई है. हालांकि यह बात साफ है कि ब्रिटेन की गृह मंत्री के दफ्तर में विजय माल्या ने शरण के लिए आवेदन दे दिया है.
टीओआई के मुताबिक, माल्या को तब तक भारत को प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता है, जब तक होम सेक्रटरी प्रीति पटेल दस्तखत नहीं करती हैं. प्रत्यर्पण के खिलाफ माल्या ब्रिटेन की अदालतों में 14 मई तक सभी केस हार चुके हैं. इसके बावजूद प्रीति पटेल ने अब तक दस्तखत नहीं किए हैं. इधर, सूचना है कि माल्या ने मानवता के आधार पर ब्रिटेन में शरण की अर्जी दे दी है.
सीएनबीसी टीवी-18 के मुताबिक, इस प्रक्रिया के जरिए अपने प्रत्यर्पण को कुछ महीने या उससे ज्यादा वक्त के लिए टालने का माल्या के पास मौका होगा. एक वकील ने कहा कि यदि माल्या की शरण की मांग गृह मंत्रालय की ओर से खारिज कर दी जाती है तब उसके पास ट्रिब्यूनल में जाने का अधिकार होगा. ट्रिब्यूनल में एक नहीं कई बार अपील दाखिल की जा सकती है. इस तरह विजय माल्या अगले 2 साल तक अपने प्रत्यर्पण को टाल सकता है.
Posted By: Utpal kant