Vikas dubey encounter, Vikas dubey news, Vikas dubey Live, Vikas dubey update : कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी पांच लाख का इनामी कुख्यात विकास दुबे शुक्रवार सुबह मुठभेड़ में मारा गया. गुरुवार को जिस फिल्मी अंदाज में उसकी गिरफ्तारी हुई उसी अंदाज में आज उसका अंत हुआ. कानपुर शूटआउट के मास्टरमाइंड की मारे जाने की खबर सामने आते ही सोशल मीडिया में उबाल आ गया. विकास दुबे का मुठभेड़ कैसे हुआ, इसके जवाब में पुलिस की थ्योरी पर लोग सोशल मीडिया के जरिए सवाल उठा रहे हैं.
कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार ने इस घटना की पुष्टि की है. विकास दुबे की गिरफ्तारी या आत्म समर्पण के सवाल में उलझे लोगों को जैसे ही मुठभेड़ में मारे जाने की खबर लगी तो यह खबर सोशल मीडिया के टॉप ट्रेंड में आ गया. विकास दुबे को स्ट्रेचर पर हॉस्पिटल में लाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. साथ ही उठ रहे हैं हजारों सवाल. जिस तरह से विकास दुबे की गिरफ्तारी से सवाल उठे थे, इसी तरह इस मुठभेड़ पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर #vikasDubeyEncounter और #FakeEncounter ट्रेंड करने लगा. देखें कुछ ट्वीट.
जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा। पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 10, 2020
दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2020
अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
सरकार को पलटने से बचाने के लिए कार का पलटना जरूरी था।#vikasDubeyEncounter
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) July 10, 2020
विकास दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारा गया,
— मप्र के एक निजी सुरक्षा गार्ड ने जिसे पकड़ लिया वो यूपी एसटीएफ के हथियार छीनकर भाग रहा था।— MP Congress (@INCMP) July 10, 2020
https://twitter.com/mr_gorwal_/status/1281417887379529728
सब कुछ स्क्रिपटेड है। #विकासदुबे को अदालत तक पंहुचना नहींथा। आठ पुलिस वालों को मार कर उसने खुद डेथ वारंट साईन किया था। पर #UPPolice के इस एनकाउंटर पर सवाल उठेंगे ज़रूर। https://t.co/2jawIkmTG9
— Sanjeev Paliwal/संजीव पालीवाल (@sanjeevpaliwal) July 10, 2020
https://twitter.com/janardanmis/status/1281424778331435009
वैसे एनकाउंटर #विकास का नहीं #राज का हुआ है.#vikasDubeyEncounter
— Deepak Mishra (@IamGaonwala) July 10, 2020
https://twitter.com/suryapsingh_IAS/status/1281424224062566401
कल विकास के सहयोगी प्रभात मिश्रा को ले जा रही पुलिस की गाड़ी एक सूनसान रोड पर खराब हुई और उसने हथियार छीन भागने का प्रयास किया, आज विकास दुबे को ले जा रही गाड़ी का ऐक्सिडेंट हुआ और उसने हथियार छीन कर भागने का प्रयास किया। असल अपराधी, छिपे हुए गद्दार आज मंद मंद मुस्कुरा रहे होंगे।
— Vedank Singh (@VedankSingh) July 10, 2020
https://twitter.com/IPSinghSp/status/1281423720217636865
और इसी एक सांस के रूकने से सत्ता पक्ष और विपक्ष के उन तमाम नेताओं की भी रूकी हुई सांसे चलने लगीं जो विकास दूबे के सहयोगी थे 🤐🤐
— villain (@ekhivillain) July 10, 2020
Media asking anything about Vikas Dubey.
Police-#VikasDubey #विकास_दुबे @swatic12 pic.twitter.com/HDpqGozjiP— Hemshu (@ShivhareHemshu) July 10, 2020
विकास दुबे का मुठभेड़ कैसे हुआ, इसके जवाब में पुलिस की थ्योरी पर लोग सवाल उठा रहे हैं. बता दें कि गुरुवार सुबह ही विकास दुबे का साथी प्रभात भी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था. पुलिस ने बताया कि वह पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश कर रहा था, जवाबी कार्रवाई मारा गया. ठीक इसी तरह विकास दुबे के मारे जाने के बारे में कई टीवी रिपोर्ट में पुलिस ने बताया कि विकास दुबे को यूपी एसटीएफ उज्जैन से कानपुर ला रही थी.
पुलिस ने बताया कि काफिले में एक गाड़ी कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. उसी दौरान विकास दुबे हथियार छीनकर भाग निकला. तब पुलिस ने गोली चलाई जिससे वह घायल हो गया. उसे कानपुर के हैलेट अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार ने इस घटना की पुष्टि की है. कुछ पुलिसकर्मियों के गायल होने की भी खबर है. घटना के बारे ज्यादा जानकारी उन्होंने नहीं दी.
Posted By: Utpal kant