Vikramaditya Singh : हिमाचल प्रदेश की राजनीति में कई तरह के उलटफेर की आशंका जताई जा रही है. क्रॉस वोटिंग, विधायकों का निलंबन और विक्रमादित्य सिंह की ओर से इस्तीफे की पेशकश… इन तमाम घटनाक्रम पर ना केवल राज्य की राजनीति गर्म है बल्कि दिल्ली में भी कई तरह की रणनीति बनाई जा रही है. लेकिन, अब सवाल खड़े हो रहे है कि क्या अभी भी हिमाचल प्रदेश में सरकार गिरने की संभावना है और नई सरकार का गठन संभव है.
Vikramaditya Singh सुबह-सुबह विधायकों से मिलने पहुंचे
इस सवाल पर कोई स्पष्ट जवाब अभी नहीं मिल पा रहा है क्योंकि राज्य में कई तरह की राजनीतिक हलचल अभी भी देखने को मिल रही है. कांग्रेस के छह बागी विधायकों की सदस्यता स्पीकर ने रद्द कर दी है. वहीं, कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह आज सुबह-सुबह उन विधायकों से मिलने पहुंचे. हालांकि, बातचीत में क्या चर्चा हुई ये अभी सामने नहीं आ पाया है.
Vikramaditya Singh : राज्य में प्रचार का चेहरा कौन?
साथ ही आज सुबह मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी बयान दिया है कि कांग्रेस को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. जब हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह से यह सवाल पूछा गया कि लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में प्रचार का चेहरा कौन होगा तो उन्होंने कहा कि यह आलाकमान को तय करना है. यह तय करना मेरा काम नहीं है. मैं एक कार्यकर्ता की तरह, एक मौजूदा सांसद की तरह जाऊंगी.
Vikramaditya Singh : ‘संगठन में लोगों को मजबूत करना मेरी जिम्मेदारी’
साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख के रूप में, संगठन में लोगों को मजबूत करना मेरी जिम्मेदारी है और मैं इसके लिए सभी प्रयास कर रही हूं. यह पूछे जाने पर कि आज की तारीख में कौन बेहतर तैयार है – कांग्रेस या बीजेपी, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह कहती हैं, “कांग्रेस में बहुत कुछ किया जाना बाकी है…यह सच है कि बीजेपी का कामकाज हमसे बेहतर है.”