Visa Scam: वीजा घोटाला मामले में एस भास्कर रमन की 1 जून तक बढ़ाई गई CBI हिरासत, 17 मई को हुई थी गिरफ्तारी
Visa Scam: वीजा घोटाला मामले में एस भास्कर रमन की सीबीआई हिरासत एक जून तक बढ़ा दी गई है. एस भास्कर रमण को 17 मई को केंद्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया था.
Visa Scam: वीजा घोटाला मामले में एस भास्कर रमन की सीबीआई हिरासत एक जून तक बढ़ा दी गई है. एस भास्कर रमण को 17 मई को केंद्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया था. विशेष सीबीआई अदालत ने कार्ति चिदंबरम, एस भास्कर रमन और विकास मखरिया की अग्रिम जमानत याचिकाओं पर 3 जून के लिए आदेश सुरक्षित रखा है.
जानें क्या है आरोप
बता दें कि कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम 263 चीनी नागरिकों को वीजा दिलाने से संबंधित एक कथित घोटाले का आरोप है. यह मामला वर्ष 2011 का है. पी चिदंबरम उस समय केंद्रीय गृह मंत्री थे. आरोप है कि 50 लाख रुपये लेकर 263 चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाया गया. बताया गया कि एक चीनी कंपनी शानडोंग इलेक्टि्रक पावर कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (सेप्को) को पंजाब के मनसा में पावर प्लांट लगाने का ठेका टीएसपीएल से मिला था. निर्माण में हो रही देरी और समय पर काम पूरा नहीं कर पाने की स्थिति में लगने वाले जुर्माने से बचने के लिए सेप्को को अतिरिक्त चीनी विशेषज्ञों को लाने की सख्त जरूरत थी. हालांकि, गृह मंत्रालय द्वारा ऐसी कंपनियों के लिए जारी होने वाले वीजा की संख्या सीमित होने के कारण सेप्को विशेषज्ञों को नहीं ला पा रही थी.
भास्कर रमन को गिरफ्तार कर चुकी है सीबीआई
इसके बाद टीएसपीएल के वाइस प्रेसिडेंट विकास मखारिया ने पी चिदंबरम के करीबी एस भास्कर रमन से संपर्क किया. भास्कर रमन ने 50 लाख रुपये के एवज में काम कराने का भरोसा दिया. फिर चीनी कंपनी के 263 विशेषज्ञों को वीजा दे दिया गया. बाद में फर्जी इनवाइस के जरिये 50 लाख रुपये की रकम मुंबई की कंपनी बेल टूल्स लिमिटेड को भेजी गई. जिसके बाद वहां से वह रकम भास्कर रमन और कार्ति चिदंबरम तक पहुंची. मामले में सीबीआइ भास्कर रमन को गिरफ्तार कर चुकी है.