विशाखापत्तनम: एक बार फिर फार्मा कंपनी में जहरीली गैस लीक, दो की मौत, चार लोग अस्पताल में भर्ती
Visakhapatnam, Vizag Gas Leak Live Updates:आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक बार फिर एक फार्मा कंपनी में गैस लीकेज का मामला सामने आया है. इस हादसे में अब तक दो लोगों की मौत की खबर है जबकि चार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि विशाखापट्टनम स्थित सैनॉर लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी से बेन्जिमिडाजोल नामक जहरीली गैस लीक हुई.
Visakhapatnam, Vizag Gas Leak Live Updates: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक बार फिर एक फार्मा कंपनी में गैस लीकेज का मामला सामने आया है. इस हादसे में अब तक दो लोगों की मौत की खबर है जबकि चार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि विशाखापट्टनम स्थित सैनॉर लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी से बेन्जिमिडाजोल नामक जहरीली गैस लीक हुई. घटना 29 जून की रात की है. जहरीली गैस की चपेट कंपनी में काम कर रहे 6 लोग आ गए. इनमें से दो लोगों की मौत हो गयी वहीं 4 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
#UPDATE – 2 people dead & 4 admitted at hospitals. Situation under control now. The 2 persons who died were workers and were present at the leakage site. Gas has not spread anywhere else: Uday Kumar, Inspector, Parwada Police Station https://t.co/ogbuc3QfoY pic.twitter.com/TuPCeWK8ZF
— ANI (@ANI) June 30, 2020
कहीं और गैस नहीं फैली
पुलिस ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई है वे लीकेज वाले स्थान पर मौजूद थे. स्थिति नियंत्रण में है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, परवदा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर उदय कुमार ने कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है. जिन दो लोगों की मौत हुई है वे इसी कंपनी में काम करते थे और रिसाव वाले स्थान पर मौजूद थे. कहीं और गैस नहीं फैली है.
मई में भी हुआ था हादसा
मुख्यमंत्री कार्यालय ने आज सुबह कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने इस घटना के बारे में जानकारी मांगी है.बता दें कि इसी वर्ष मई माह में भी विशाखापट्टनम में एक केमिकल प्लांट में गैस की लीक होने की घटना सामने आई थी. गैस का रिसाव होने की वजह से दो बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो गई थी और 1,000 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए थे. केमिकल प्लांट से जहरीली स्टाइरीन गैस लीक हुई थी. कोरोनावायरस लॉकडाउन की वजह से यह प्लांट 40 दिन से ज्यादा समय से बंद पड़ा था. गैस का रिसाव होने के बाद आसपास के गावों को खाली कर दिया गया था.