उत्तरकाशी सुरंग हादसा : जनरल वीके सिंह ने कहा, दो-तीन दिनों में सुरक्षित निकल जाएंगे सभी मजदूर
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने आगे कहा कि सरकार बचाव अभियान में जुड़ी एजेंसियों और विशेषज्ञों से बात कर रही है. सबका एक ही उद्देश्य मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकालना है. उन्होंने कहा कि मैंने सुरंग में फंसे मजदूरों से बात की है.
उत्तरकाशी : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री वीके सिंह ने गुरुवार को उत्तरकाशी सुरंग हादसे वाली जगह पर फंस मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव अभियान का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को बचाने में करीब तीन दिन लगे हैं. उन्होंने कहा कि इस सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए सभी एजेंसियां दो से तीन दिनों के अंदर बचाव अभियान को पूरा करने के प्रयास में जुटी हुई हैं.
सुरंग में फंसे मजदूरों से की बात
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने आगे कहा कि सरकार बचाव अभियान में जुड़ी एजेंसियों और विशेषज्ञों से बात कर रही है. सबका एक ही उद्देश्य मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकालना है. उन्होंने कहा कि मैंने सुरंग में फंसे मजदूरों से बात की है. उनका मनोबल ऊंचा है. उन्हें इस बात की जानकारी है कि उन लोगों को निकालने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं. हम उन्हें हर हाल में बचाने के सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं. बता दें कि ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिल्क्यारा और डंडालगांव के बीच वाली सुरंग 12 नवंबर की सुबह ढह गई.
ड्रिलिंग के लिए लाई गई नई मशीन
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों को जल्द से जल्द बचाना हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि ड्रिल करने के लिए एक नई मशीन काम कर रही है, जिसकी पावर और स्पीड पहले वाली मशीन से कहीं बेहतर है. हमारी कोशिश है कि इस बचाव अभियान को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके.
सिलक्यारा सुरंग में ड्रिलिंग का काम दोबारा शुरू
उधर, खबर यह भी है कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग के एक हिस्से के ढहने से पिछले चार दिनों से उसके अंदर फंसे 40 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए बड़े व्यास के स्टील पाइपों से ‘एस्केप टनल’ तैयार करने के लिए अधिक क्षमता की अमेरिकी ऑगर मशीन से फिर ड्रिलिंग शुरू कर मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि सुरंग के अंदर ड्रिलिंग मशीनों को लगभग लगा दिया गया है और जल्द ही ड्रिलिंग फिर शुरू कर दी जाएगी.
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हर आधे घंटे में मजदूरों को दिया जा खाने-पीने का सामान
सिलक्यारा सुरंग में नई ड्रिलिंग मशीन को लगाने का काम बुधवार की रात 12 बजे शुरू कर दिया गया था और यह काम करीब 95 फीसदी पूरा भी हो गया है. गुरुवार की दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे से मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है. अधिकारियों का कहना है कि सुरंग में फंसे सभी मजदूरों को जल्द ही सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी मजदूर स्वस्थ हैं और उन्हें हर आधा घंटे में खाने-पीने के सामान मुहैया कराए जा रहे हैं. इससे पहले मंगलवार देर रात मलबे में ड्रिलिंग के दौरान ताजा भूस्खलन होने और मिट्टी गिरने से सुरंग के काम को बीच में रोकना पड़ा था. बाद में ऑगर मशीन भी खराब हो गई थी.
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