देश के नये उपराष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए शनिवार को यानी आज मतदान होगा. इसमें मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ और विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के बीच है. आंकड़ों के लिहाज से देखा जाये, तो धनखड़ की जीत सुनिश्चित है. सूत्रों के मुताबिक, राजग व कई क्षेत्रीय दलों के समर्थन के कारण धनखड़ को 515 के करीब मत मिलने का अनुमान है. वहीं, अल्वा को अब तक मिले पार्टियों के समर्थन को देखते हुए अनुमान है कि उन्हें 200 के करीब मत मिल सकते हैं.
विपक्षी दलों में उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर मतभेद भी सामने आये हैं, क्योंकि तृणमूल कांग्रेस ने मतदान प्रक्रिया से दूर रहेगी. 80 वर्षीय अल्वा राजस्थान के राज्यपाल के रूप में काम कर चुकी हैं. 71 वर्षीय धनखड़ भी पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं. संसद भवन में मतदान सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक होगा. इसके तुरंत बाद मतों की गिनती होगी. देर शाम तक नये उपराष्ट्रपति के नाम की घोषणा कर दी जायेगी. नये उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को शपथ लेंगे. गौरतलब है कि लोकसभा व राज्यसभा के सभी सदस्य इस चुनाव के निर्वाचक मंडल में शामिल होते हैं. मनोनीत सदस्य भी मतदान करने के पात्र होते हैं. संसद में सदस्यों की मौजूदा संख्या 788 है, जिनमें से केवल भाजपा के 394 सांसद हैं.
Also Read: उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में NDA जगदीप धनखड़ का समर्थन करेगी BSP, मायावती ने ट्वीट कर किया बड़ा ऐलान
इधर उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पिछले दिनों अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है. जेएमएम उपराष्ट्रपति चुनाव में यूपीए के साथ है. पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि उपराष्ट्रपति चुनाव 2022 में झारखंड मुक्ति मोर्चा यूपीए के साथ होगी. इस बाबत जेएमएम की ओर से पत्र जारी किया गया है. इस पत्र में झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन के हवाले से कहा गया है कि उनकी पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के पक्ष में मतदान करेगी.
भाषा इनपुट के साथ