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जानें हमेशा क्यों नहीं दिखाई देते ये ग्रह
इसे एक खगोलीय घटना माना जाता है. सौर मंडल में ऐसा बहुत कम होता कि एक साथ कई ग्रह दिखाई देते हैं. इन सभी ग्रहों को एक साथ एक ही रात में दिखने के योग बहुत कम बनते हैं. क्योंकि, ये ग्रह सूर्य की परिक्रमा अपनी गति से करते हुए कई बार इस स्थिति में होते हैं कि वे दिन के समय आकाश में सूर्य के साथ रहते हैं. सूर्य की वजह से ही इन्हें देख पाना संभव नहीं होता है. 8 तारीख को नेप्च्यून और यूरेनस के अलावा अन्य सभी ग्रह सामान्य आंखों से भी देखे जा सकेंगे.
रात भर साथ रहेंगे सौर मंडल के सभी ग्रह
शनिवार की रात 9 बजे नेप्च्यून उदित हो रहा है, जबकि लाल ग्रह मंगल रात्रि 11 बजे आकाश में दिखाई देगा. इसके साथ ही मध्यरात्रि 12 बजे यूरेनस की आकाश में एंट्री होगी, जबकि रात्रि 3 बजे के सन्नाटे में सबसे चमकीला ग्रह शुक्र पूर्व दिशा से उदित होता दिखाई देगा. इसके अलावा सूर्योदय से कुछ मिनट पहले अलसुबह 5 बजे सौर परिवार का पहला ग्रह बुध आकाश में देखा जा सकेगा. इन ग्रहों के साथ पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा भी आठ अगस्त की रात्रि 10 बजे उदित होगा और रातभर ग्रह परिवार के इन सदस्यों का साथ देगा.
शनिवार की रात आकाश में होने वाली खगोलीय घटना
शनिवार की रात 7.30 बजे से गुरु (Jupiter) और शनि (Saturn) दिखने लगे हैं. सुबह 4 बजे तक इन्हें देख सकते हैं.
शनिवार की रात 9 बजे नेप्च्यून को देखा जा सकेगा. इसे भी सुबह 4 बजे तक देखा जा सकेगा.
शनिवार की रात 11 बजे से मंगल (Mars) को देखा जा सकेगा. इसे भी सुबह 4 बजे तक देखा जा सकेगा.
शनिवार की देर रात 12 बजकर 30 मिनट पर यूरेनस दिखना शुरू होगा.
अहले सुबह 3 बजे शुक्र (वीनस) को देखा जा सकेगा.
सुबह 5 बजे बुध ग्रह को देखा जा सकेगा.
पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा रात 10 बजे उदित होकर सुबह तक दिखाई देगा.
एक सप्ताह तक यह स्थिति रहेगी. लेकिन इनके उदित होने का समय हर दिन 50 मिनट बढ़ता जायेगा.
सौरमंडल के सभी सात ग्रहों को एक साथ देखें...
Watch all Planets in the Sky Tonight नयी दिल्ली : ब्रह्मंड रहस्यों से भरा पड़ा है. हर कोई इसके रहस्यों को जानने समझने की इच्छा रखता है. पिछले महीने आसमान में कई अनोखे खगोलीय घटनाएं देखने को मिली. वहीं शनिवार की रात यानी कि 8 अगस्त 2020 को हमारे सौरमंडल के सभी आठों ग्रह एक साथ आकाश में नजर आने वाले हैं. शनिवार की रात 9 बजे के बाद 8 घंटे की अवधि में आकाश में पृथ्वी के उपग्रह सोम 'चंद्रमा' के साथ ग्रह बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति और शनि के दर्शन होंगे और इसके अगले दिन सुबह सूर्योदय होते ही रवि 'सूर्य' के दर्शन भी किये जा सकेंगे.