Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में मंगलवार को आई भयावह प्राकृतिक आपदा में अब तक 164 लोगों की मौत हो चुकी है. राहत और बचाव दल को उनके शव भी मिल गये हैं. वहीं हादसे के बाद से लापता 191 लोगों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. सरकार बड़े पैमाने पर रेस्क्यू अभियान चला रही है. बचाव दल कीचड़ और बालू के जिंदगी की तलाश कर रहा है. हादसे के कारण 200 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती है. अपनों को फिर से देखने की आस में परिजन इधर-उधर उनकी तलाश कर रहे हैं. बता दें, मंगलवार को वायनाड में आये भीषण भूस्खलन की चपेट में सैकड़ों लोग आ गये थे. केरल सरकार के राज्य राजस्व विभाग ने कहा है कि वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 164 हो गई है. मरने वालों में पुरुष मृतकों की संख्या 89 है और महिला मृतकों की संख्या 74 है. जबकि एक शव की अभी पहचान नहीं हो सकी है.
राहत शिविरों में रह रहे हैं 8 हजार से ज्यादा लोग
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आपदा के बाद बच्चों और गर्भवती महिलाओं समेत 8 हजार से ज्यादा लोगों को 82 राहत शिविरों में भेजा गया है. वहीं, जिला प्रशासन का कहना है कि अभी भी सैकड़ों लोग मलबे में दबे हो सकते हैं. ऐसे में मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है. बता दें, वायनाड में मंगलवार को मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में मूसलाधार बारिश के बाद बड़े पैमाने पर भूस्खलन की घटनाएं हुई थीं.
वायनाड की जनता के साथ सरकार चट्टान की तरह खड़ी- अमित शाह
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि यह समय केरल के वायनाड की जनता के साथ चट्टान की तरह खड़े रहने का है, इसके लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि केंद्र राहत, बचाव के साथ-साथ पुनर्वास के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा. शाह ने सदन को यह भी अवगत कराया कि वह आपदा प्रबंधन पर इसी सत्र में एक विधेयक लाएंगे. उन्होंने प्राकृतिक आपदा पर सदन में लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि भले ही भारत सरकार हो या कोई राजनीतिक दल आपदा का यह वक्त वायनाड के लोगों के साथ चट्टान की तरह खड़े रहने का है.
जारी है राहत और बचाव
बता दें, राहत और बचाव के दौरान कई क्षतिग्रस्त मकानों के मलबे में दबे शवों को उसी अवस्था में बाहर निकाला गया, जिस अवस्था में वह दुर्घटना के वक्त घर में थे. बचाव दल ने कुछ शवों को बैठे और लेटे हुए अवस्था में क्षतिग्रस्त घरों से बाहर निकाला, जो ह्रदय विदारक था. थलसेना, नौसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं. सैन्य कर्मियों ने बुधवार को तलाश एवं बचाव अभियान तेज कर दिया. भारी इंजीनियरिंग उपकरण तथा खोजी श्वान दलों को हवाई मार्ग से लाया गया है और भारतीय तटरक्षक ने आपदा राहत दलों को भेजा है. भाषा इनपुट के साथ
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