Wayanad Landslide: टनों मलबे के नीचे जगी जिंदगी की आस, रडार प्रणाली से सांस लेने का मिला संकेत
Wayanad Landslide: वायनाड के भूस्खलन प्रभावित इलाकों से रडार प्रणाली से किसी के सांस लेने का संकेत मिला है. मुंडक्कई गांव में एक घर की तलाशी के दौरान रडार पर नीला सिग्नल मिला है.
Wayanad Landslide: केरल में वायनाड के भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 200 पार कर गयी है. वहीं, भूस्खलन प्रभावित इलाकों से रडार प्रणाली से किसी के सांस लेने का संकेत मिला है. हजारों टन मलबे के नीचे जिंदगी की आस जग गई है. उन्नत रडार प्रणाली के साथ खोज अभियान चला रहे बचावकर्मियों को करीब करीब किसी मानव या पशु के सांस लेने का संकेत मिला है. अभियान में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि बुरी तरह प्रभावित मुंडक्कई गांव में एक घर की तलाशी के दौरान रडार पर नीला सिग्नल मिला है.
मिले किसी के सांस लेने के संकेत
बचाव अभियान में जुटे एक अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मलबे के नीचे किसी के लगातार सांस लेने का संकेत मिल रहा है. उन्होंने कहा कि इमारत के अवशेष कीचड़ भरी मिट्टी से लगभग दो से तीन मीटर नीचे दबे हुए हैं और यह स्पष्ट नहीं है कि सांस लेने का संकेत किसी मानव का है या जानवर का. स्थानीय निवासियों के अनुसार सिग्नल उस इलाके में पाया गया जहां घर का रसोईघर और भण्डार था. वहीं संकेत के आधार पर बचावकर्मियों ने घटनास्थल पर खुदाई शुरू कर दी है.
हादसे में अब तक 210 लोगों की मौत
केरल के पर्यटन मंत्री पीए मोहम्मद रियास ने शुक्रवार को बताया कि वायनाड जिले में भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 210 हो गई है. रियास ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब तक मलबे में 83 महिलाओं और 29 बच्चों समेत 210 शव बरामद किए गए हैं. मंत्री रियास ने कहा कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 1,374 बचावकर्मी तलाशी अभियान में जुटे हुए हैं. उन्होंने बताया कि इसके अलावा खोज एवं बचाव अभियान के तहत रडार और ड्रोन का भी उपयोग किया जा रहा है. इससे पहले केरल के एडीजीपी एम आर अजित कुमार ने सुबह कहा था कि लगभग 300 लोग अब भी लापता हैं. भाषा इनपुट से साभार
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