नयी दिल्ली : एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने गुरुवार को वायुसेना दिवस के मौके पर पूर्वी लद्दाख में वायुसेना की युद्ध संबंधी तैयारियों का जिक्र करते हुए जांबाजों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि बल ने अपने संकल्प, अभियान क्षमता और जरूरत पड़ने पर अपने दुश्मन से प्रभावी तरीके से निबटने की इच्छाशक्ति का ”स्पष्ट” तरीके से प्रदर्शन किया है.
वायुसेना प्रमुख ने हवाई योद्धाओं की हालिया गतिरोध के दौरान उत्तरी सीमा में त्वरित तैनाती के लिए प्रशंसा की तथा किसी भी तरह की परिस्थितियों से निबटने के लिए बहुत कम समय में लड़ाकू साज-ओ-सामान की तैनाती के बारे में भी बात की. पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच पांच महीने तक गतिरोध के हालात बने रहे. इस बीच वायुसेना ने किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिहाज से क्षेत्र में महत्वपूर्ण तैनातियां की हैं.
वायुसेना दिवस के अवसर पर हिंडन में आयोजित कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख ने कहा, ”उत्तरी सीमाओं पर हाल के गतिरोध के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए मैं सभी वायु योद्धाओं की सराहना करता हूं, तब हमने किसी भी तरह के हालात से निबटने के लिए अपने लड़ाकू साज-ओ-सामान को अल्प सूचना पर तैनात किया तथा भारतीय सेना के लिए तैनाती और जीवनाधार की सभी आवश्यकताओं के लिए सक्रिय समर्थन प्रदान किया.”
उन्होंने कहा कि हाल ही में बेड़े में शामिल राफेल, चिनूक और अपाचे जंगी विमानों से शत्रुओं से मुकाबला करने की हमारी क्षमता में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है. वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने कहा, ”हमने अपने संकल्प, अपनी संचालन क्षमता और प्रतिकूल परिस्थितियों से प्रभावी ढंग से निबटने की इच्छाशक्ति का स्पष्ट रूप से प्रदर्शन किया है.”