केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 20 दिनों से हजारों किसान (Farmers Protest) दिल्ली के बॉर्डर पर जमे हुए हैं. किसान कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. दूसरी ओर सरकार ने कानून रद्द करने से साफ इनकार कर दिया है. हालांकि इस बात पर सरकार सहमत हो गयी है कि कानून में संशोधन किया जा सकता है. लेकिन किसान इसके लिए भी तैयार नहीं हैं. इस तरह से दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है.
किसानों के आंदोलन के बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में बड़ी संख्या में लोग एक जगह जमा दिख रहे हैं. वीडियो में लोगों के पास हथियार भी नजर आ रहा है. लोग तलवार चमकाते हुए कुछ नारे लगाते भी दिख रहे हैं. वायरल वीडियो को किसान आंदोलन के साथ जोड़कर बताया जा रहा है.
Claim: A video is being circulated on social media in the context of recent Farmers' agitation.#PIBFactCheck: This video is OLD and not related to ongoing farmers' agitation. pic.twitter.com/IbLVCHxqed
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 15, 2020
सोशल मीडिया में जब वीडियो तेजी से वायरल होने लगा तो पीआईबी की टीम ने अपनी टीम को सत्यता की जांच में लगा दिया. पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने वीडियो की जांच की. जांच में पता लगा कि यह पूराना वीडियो है और इसका किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है.
पीआईबी फैक्ट चेक की टीम ने वीडियो को शेयर करते हुए बताया कि सोशल मीडिया में वायरल हो रहा वीडियो पूराना है और इसका मौजूदा किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है.
मालूम हो किसानों का पिछले 20 दिनों से आंदोलन जारी है, लेकिन अब तक हिंसा की एक भी खबर नहीं आयी है. किसानों ने बाहरी तत्वों से बचने के लिए अपनी एक खुफिया टीम भी बना रखी है, जो हमेशा आंदोलन में शामिल होने वाले लोगों पर नजर रखती है.
गौरतलब है कि सोशल मीडिया में इस तरह के कई वीडियो और फर्जी खबरें वायरल हो रही हैं. जिससे हमेशा बचने की सलाह दी जाती रही है. कोई भी मैसेज या वीडियो सोशल मीडिया में शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की जांच हर हाल में कर लेना चाहिए. पीआईबी की टीम ने तो साफ कर दिया है कि अगर किसी भी खबर या वीडियो फोटो में अगर संदेह हो तो उसकी टीम के पास भेज कर उसकी जांच करायी जा सकती है.
posted by – arbind kumar mishra