तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश समेत दक्षिण भारत के कई और राज्यों पर चक्रवात मिचौंग का खतरा मंडरा रहा है. आसमान में काले काले बादल छाए हुए हैं और तेज बारिश से जन जीवन बेहाल है. सड़के लबालब हैं, और बारिश का पानी घरों में घुस रहा है. चक्रवाती तूफान मिचौंग के प्रभाव के कारण आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज बारिश हुई. चक्रवाती तूफान के दक्षिण तटीय क्षेत्र के समीप टकराने से पहले राज्य सरकार ने आठ जिलों में अलर्ट जारी किया है.
चक्रवात मिचौंग उत्तरी तमिलनाडु तट के करीब पहुंच गया है. प्रदेश में भारी बारिश हो रही है. चेंगलपट्टू शहर में तेज हवाएं चल रही हैं. समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं. हाई टाइड की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से समुद्र के नजदीक ना जाने की अपील की है. प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि चक्रवाती तूफान मिचौंग 5 दिसंबर की सुबह गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तब्दील होकर नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को बापटला के करीब से पार करेगा. इसका सबसे ज्यादा असर तमिलनाडु, कर्नाटक में दिखेगा इसके अलावा ओडिशा और पुडुचेरी में भी दिखेगा.
जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है उनमें तिरुपति, नेल्लूर, प्रकासम, बापतला, कृष्णा, पश्चिम गोदावरी, कोणासीमा और काकीनाडा शामिल है. मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, गंभीर चक्रवाती तूफान के मंगलवार करीब दोपहर को बापतला के समीप टकराने की संभावना है, जिसके साथ 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार चक्रवाती तूफान मिचौंग को देखते हुए मदद मुहैया कराने के लिए युद्धस्तर पर सभी जरूरी कदम उठा रही है. चक्रवाती तूफान मिचौंग से राज्य में सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. उन्होंने कहा कि बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तुरंत शुरू किए जा चुके हैं और एहतियाती तंत्र के रूप में पुलिस, दमकल और बचाव सहित विभिन्न विभागों के कर्मियों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है.
चेन्नई और आसपास के जिलों में आज यानी सोमवार को लगातार बारिश के कारण कई हिस्से जलमग्न हो गये हैं, जिससे इन जगहों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. लगातार बारिश की वजह से यहां 2015 की बाढ़ की पुनरावृत्ति की आशंका पैदा हो गई है. लोग आवश्यक वस्तुओं विशेषकर पेयजल की खरीद के लिए भागदौड़ करते देखे गए. लगातार बारिश से कोई राहत नहीं मिली है, इसके कारण बिजली गुल हो गई और इंटरनेट बाधित हो गया.
चक्रवाती तूफान मिचौंग के कारण तमिलनाडु में भारी बारिश हो रही है.बारिश के कारण परिवहन सेवा बुरी तरह बाधित हुयी है और कई ट्रेन तथा उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. सड़कों के जलमग्न होने के कारण आने-जाने वालों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. राज्य की राजधानी के कई हिस्से और आसपास के कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और तिरुवल्लूर जिले जलमग्न हो गये हैं, जबकि सरकारी मशीनरी को रुके हुए पानी को हटाने के लिए तैनात किया गया है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से फोन पर बातचीत कर मौजूदा स्थिति की जानकारी ली तथा उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. वहीं, चक्रवात के मद्देनजर तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी और निजी कार्यालयों, वित्तीय संस्थानों और बैंकों के लिए मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है.
कैबिनेट मंत्री उदयनिधि स्टालिन और मा सुब्रमण्यम ने चेन्नई में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया तथा राहत गतिविधियों का निरीक्षण किया. एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रभावित जिलों में बचाव प्रयासों के लिए 250 एनडीआरएफ कर्मियों वाली दस टीम को तैनात किया गया है.
चेन्नई हवाई अड्डे का संचालन सुबह 9.40 बजे से रात 11 बजे तक निलंबित कर दिया गया हैं. लगातार बारिश के कारण हवाईअड्डे पर आने और जाने वाली लगभग 70 उड़ानें रद्द कर दी गईं. भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने कहा कि जलभराव के कारण रनवे और टारमैक भी बंद हैं. इस बीच, बारिश की वजह से रेल और हवाई सेवाओं को या तो रद्द कर दिया गया अथवा उनके परिचालन में देरी हुई .