चक्रवात मिचौंग ने चेन्नई में भारी तबाही मचाई है. इसके कारण राज्य बाढ़ की चपेट में आ गई है. इधर बाढ़ की स्थिति को देखते हुए आज स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिया गया है. मालूम हो पिछले कुछ दिनों में चक्रवात मिचौंग के कारण हुई भारी बारिश के कारण चेन्नई में कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. बारिश से जुड़ी घटनाओं में अबतक 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई है.
आईएमडी ने की बारिश की भविष्यवाणी
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार 8 और 9 दिसंबर को दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में भारी बारिश हो सकती है. जबकि अगले 5 दिनों के दौरान तमिलनाडु और पुडुचेरी में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने इन इलाकों में बारिश के साथ-साथ गरज और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है.
बाढ़ के कारण चेन्नई और कई इलाकों में स्थिति गंभीर
चक्रवात मिचौंग के कारण मूसलाधार बारिश होने के कारण चेन्नई के कुछ हिस्सों और आसपास के जिलों में पानी भर गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वेलाचेरी और पश्चिम तांबरम के कुछ हिस्सों में गुरुवार को भी जलभराव हो गया, यहां पल्लीकरनई क्षेत्र में खाद्यान्न के पैकेट हवाई जहाज से गिराए गए. उत्तरी चेन्नई का मनाली गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में से एक था। अधिकारियों ने कहा कि मनाली में लगभग 15,000 लोगों के लिए पीने का पानी, 12,000 लीटर दूध, दूध पाउडर, चादर और खाद्य सामग्री भेजी गयी है.
राहत और बचाव कार्य के लिए 9000 से अधिक अधिकारी तैनात
बाढ़ से लोगों को राहत दिलाने के लिए सरकार की ओर से राहत गतिविधियां तेज कर दी गई हैं और चेन्नई में विभिन्न स्थानों पर जमा पानी को बाहर निकालने के प्रयास जारी है. राहत और बचाव कार्य के लिए 9000 से अधिक अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है. बताया जा रहा है, आंधी-तूफान और भारी बारिश के कारण चेन्नई में 1400 से अधिक पेड़ गिर गए. जिसे हटाने का काम जारी है.
चक्रवात ‘मिगजॉम’ से आंध्र प्रदेश में हजारों एकड़ फसल बर्बाद
चक्रवात ‘मिगजॉम’ ने हजारों एकड़ की फसलों को तबाह कर दिया जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. भारी बारिश की वजह से 8400 एकड़ से अधिक की कृषि फसल और 1,700 एकड़ की बागवानी फसल नष्ट हो गयी है.