Weather Heat Wave Forecast: अप्रैल का महीना शुरू हो गया है. लेकिन देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. इस बार मार्च महीने में ही देश के कई इलाकों में मई-जून सी गर्मी पड़ने लगी थी. बढ़ती गर्मी को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का एक विश्लेषण सामने आया है. जिसके मुताबिक इस साल का मार्च महीने बीते 121 सालों में सबसे गर्म रहा है. मार्च महीने में देश भर में अधिकतम तापमान सामान्य से 1.86 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे पहले मार्च महीने में ऐसी भीषण गर्मी 1901 को पड़ी थी. इसके बाज मार्च महीने में कभी इतनी गर्मी नहीं पड़ी. हिन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक, मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि, रिकॉर्ड तोड़ आंकड़ा उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में बड़े विचलन से के कारण हुआ था. सबसे बड़ी बात की मार्च के दूसरे पखवाड़े से उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में लू दर्ज की गई.
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया ये कारण: मौसम विभाग के मुताबिक, मार्च 2022 के दौरान पूरे देश का औसत अधिकतम तापमान 33.10 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम 20.24 डिग्री सेल्सियस और औसत तापमान 26.67 डिग्री सेल्सियस था. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि, असामान्य हवा के पैटर्न का परिणाम, वर्षा की कमी के अलावा एंटी-साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी मार्च में भीषण गर्मी पड़ी.
स्काईमेट वेदर के महेश पलावत ने कहा है कि, अप्रैल महीने में भी मौसम प्रणाली विकसित नहीं हो पाई है, ऐसे में आने वाले समय में भी इसी तरह का मौसम रहेगा. अप्रैल महीने में भी देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ती रहेगी. पलावत ने ये भी कहा है कि, वर्षा की कमी, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में लगातार शुष्क और गर्म पश्चिमी हवाओं के कारण मार्च में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी महसूस की गई.
जारी रहेगी गर्मी की चुभन: अप्रैल महीने में ही उत्तर से लेकर दक्षिण भारत में गर्मी का प्रकोप दिखने लगा है. दिल्ली में गर्मी का पारा 40 डिग्री के पार चला गया है. वहीं, मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि, 3 अप्रैल के बाद से हीट वेब और बढ़ेगा. मौसम विभाग ने उत्तरी और मध्य भारत के कई राज्यों के अलग अलग शहरों में पांच दिनों तक तेज लू चलने का अनुमान लगाया है.
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Posted by: Pritish Sahay