पूरा उत्तर भारत ठंड से ठिठुर रहा है. राजधानी दिल्ली के अलावा उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. दिल्ली में न्यूनतम तापमान सात डिग्री रहा, जबकि प्रयागराज में चार डिग्री रहा. ठंड से लोग परेशान हैं और राहत कि उम्मीद कर रहे हैं.
मौसम विभाग का कहना है कि अगले सप्ताह तक लोगों को इस ठंड से निजात नहीं मिलने वाली है. हालांकि अगले दो दिन में तापमान बढ़ेगा लेकिन 22 से 24 तारीख तक बारिश की संभावना भी है.
उत्तर भारत में जो हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है, उसकी मुख्य वजह है गंगा के मैदान पर बड़े पैमाने पर बादल छाना है. इस वजह से इन इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है और ठंड बहुत बढ़ गयी है. सूरज की रोशनी धरती तक ठीक से पहुंच नहीं रही है और तापमान लगातार गिर रहा है. खासकर यूपी, बिहार, दिल्ली और पंजाब के कुछ हिस्सों में तापमान में गिरावट आयी है. यूपी, बिहार, दिल्ली को इससे बाहर आने में अभी भी कुछ समय लगेगा.
मौसम वैज्ञानिक डॉ आर के जेनामणि ने IndiaToday.in को बताया कि गंगा के मैदानी इलाकों में उपग्रह चित्रों में एक विशाल बादल देखा गया है. दिल्ली समेत कई हिस्सों में यह पिछले पांच-सात दिनों से देखा जा रहा है. इसकी लंबाई 1700 किलोमीटर है, जो पाकिस्तान से बिहार तक फैली हुई है. जब इतने बड़े बादल होते हैं, तो दिन ठंडे हो जाते हैं.
आईएमडी के अनुसार ठंडा दिन वह होता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है. वही अत्यधिक ठंड दिन उसे कहेंगे जब अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 6.5 डिग्री नीचे चला जाये.
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आईएमडी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण 21 जनवरी से उत्तर पश्चिम में बारिश हो सकती है. इस विक्षोभ का असर 23 से 24 जनवरी तक उत्तर भारत में बना रहेगा जिसकी वजह से बारिश तो होगी ही ठंड भी बढ़ेगा लेकिन उसके बाद लोगों को राहत मिलेगी इसकी संभावना है.
अत्यधिक ठंड पड़ने से कई तरह की बीमारियां बढ़ सकती हैं, जिनमें फ्लू और नाक से बहना जैसी बीमारियां प्रमुख हैं. इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें.