Weather Forecast : इस साल प्रचंड गर्मी पड़ेगी ? अभी ही टूट गया 120 साल का रिकार्ड, जानें कब मिलेगी राहत
क्या इस साल देश में प्रचंड गर्मी (Weather Forecast ) पड़ने वाली है ? दरअसल ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इस साल का फरवरी (maximum temperature) महीना, 120 सालों में दूसरा सबसे गर्म महीना रहा है. Weather Forecast bihar ,jharkhand,delhi,up,mp,mumbai
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देश में प्रचंड गर्मी पड़ेगी
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फरवरी महीना, 120 सालों में दूसरा सबसे गर्म महीना रहा
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दिल्ली में फरवरी में औसत अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस रहा
क्या इस साल देश में प्रचंड गर्मी (Weather Forecast ) पड़ने वाली है ? दरअसल ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इस साल का फरवरी (maximum temperature) महीना, 120 सालों में दूसरा सबसे गर्म महीना रहा है. इस महीने का औसत तापमान 27.9 डिग्री दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक यह 120 साल में दूसरा सबसे गर्म फरवरी रहा है.
दिल्ली का मौसम : दिल्ली में फरवरी में औसत अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो पिछले 120 वर्षों में इस महीने में दूसरा सर्वाधिक अधिकतम तापमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से यह जानकारी दी गई है. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में फरवरी में सर्वाधिक औसत अधिकतम तापमान 29.7 डिग्री 2006 में रिकार्ड गया गया था. विभाग के अनुसार रविवार को शहर में न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के औसत से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है.
बिहार का मौसम : बिहार में ठंड के बाद अब गर्मी ने भी आंखमिचौली खेलनी शुरू कर दी है. प्रदेश का तापमान बेमौसम अपना रंग बदल रहा है. कुछ दिनों पहले जब ठंड के मौसम में अचानक गर्मी ने दस्तक दी और फिर वापस ठंड से लोगों का सामना हुआ वहीं अभी ही अप्रैल जैसी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.
झारखंड का मौसम : झारखंड के करीब सभी जिलों में मौसम का मिजाज बदल गया है. तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है. इससे अब गर्मी का एहसास होने लगा है. अधिकतम तापमान में सामान्य से चार से छह डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोत्तरी हुई है. मौसम विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार दो मार्च तक राज्य में मौसम शुष्क रहेगा.
पश्चिमी विक्षोभ का असर : इधर भारत मौसम विज्ञान विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि सोमवार को जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत गिलगित, बाल्टिस्तान व मुजफ्फराबाद में बर्फबारी व बारिश के आसार हैं जिससे मैदानी इलाकों के तापमान में कमी भी देखने को मिल सकती है. विभाग की मानें तो पहाड़ी राज्यों में बारिश और बर्फबारी के आसार बनने का कारण एक बार फिर से पश्चिमी विक्षोभ है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम करवट ले रहा है. इस पश्चिमी विक्षोभ का असर 2 मार्च की रात से हिमालयी क्षेत्र में नजर आने लगेगा. इसके कारण 3 और 4 मार्च को भी जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख और गिलगित, बाल्टिस्तान व मुजफ्फराबाद में बारिश व बर्फबारी संभवना है.
Posted By : Amitabh Kumar