Weather Forecast: तबाही मचा सकता है मोचा साइक्लोन, अलर्ट जारी, इन इलाकों में भारी बारिश की आशंका
Weather Forecast Today Updates: दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हवा का कम दबाव का क्षेत्र एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार और 65 किमी प्रति घंटे के वेग से चलने वाली हवाओं के साथ कम दबाव वाला क्षेत्र एक चक्रवात में केंद्रित हो गया. इसका असर कई राज्यों में देखने को मिल सकता है. जानें आज आपके इलाके में कैसा रहने वाला है मौसम का हाल
मुख्य बातें
Weather Forecast Today Updates: दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हवा का कम दबाव का क्षेत्र एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार और 65 किमी प्रति घंटे के वेग से चलने वाली हवाओं के साथ कम दबाव वाला क्षेत्र एक चक्रवात में केंद्रित हो गया. इसका असर कई राज्यों में देखने को मिल सकता है. जानें आज आपके इलाके में कैसा रहने वाला है मौसम का हाल
लाइव अपडेट
गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया है चक्रवाती परिसंचरण
दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती परिसंचरण बुधवार को पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ गया और गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ने कहा है कि गहरे दबाव का क्षेत्र बांग्लादेश के कॉक्स बाजार से दक्षिण-दक्षिण पश्चिम की ओर 1,460 किलोमीटर दूरी पर और म्यांमा के सित्तवे से दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में 1,350 किलोमीटर की दूरी पर बना है.
दिल्ली में मोचा का असर
चक्रवाती तूफान मोचा का असर दिल्ली में भी दिखाई दे सकता है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, 13 मई को दिल्ली में धूल भरी आंधी चलने और बूंदाबांदी होने की संभावना है, जिससे गर्मी से अस्थायी राहत मिल सकती है.
प्रचंड चक्रवाती तूफान का डर
मौसम कार्यालय के अनुसार यह परिसंचरण तंत्र उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ते हुए धीरे-धीरे 11 मई की सुबह तक प्रचंड चक्रवाती तूफान में और 12 मई की सुबह तक दक्षिण पूर्व एवं मध्य बंगाल की खाड़ी में अति प्रचंड चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. इसके बाद इसके धीरे-धीरे 13 मई तक कमजोर होने की संभावना है.
झारखंड का मौसम
मौसम केंद्र ने पूर्वानुमान किया है कि 15 मई के आसपास राज्य के कुछ हिस्से में हल्की बारिश हो सकती है. शेष हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा. बारिश का अनुमान नहीं है. प्रदेश के देवघर, गढ़वा, गिरिडीह, जमशेदपुर, डालटेनगंज, गोड्डा, रामगढ़, पाकुड़, साहेबगंज, सिमडेगा का तापमान 40 डिग्री सेसि से पार हो गया है. गोड्डा का अधिकतम तापमान तो 43 डिग्री सेसि के पार हो गया है. मौसम का पूर्वानुमान है कि आंशिक बादल छा सकते हैं. लेकिन, बारिश का अनुमान नहीं है.
दिल्ली का मौसम
आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिमी क्षेत्र को प्रभावित करेगा जिसके प्रभाव के चलते 13 मई को दिल्ली में धूल भरी आंधी चलने और बूंदाबांदी होने की संभावना है, जिससे गर्मी से अस्थायी राहत मिल सकती है. उन्होंने कहा कि आगामी कुछ दिन आसमान साफ रहने और अधिकतम तापमान बढ़ने की संभावना है और इसके 12-13 मई को 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है, लेकिन 16-17 मई तक लू चलने की संभावना नहीं है.
अभी एक सप्ताह और लू चलने की संभावना नहीं
आगामी दो से तीन दिन में दिल्ली में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस पहुंच सकता है, लेकिन अभी एक और सप्ताह तक लू चलने की संभावना नहीं है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव का क्षेत्र बना: आईएमडी
दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव का क्षेत्र बुधवार को गहरे दबाव क्षेत्र में बदल गया और अपनी जगह पर ही बना रहा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बुलेटिन में यह जानकारी दी. बुलेटिन के अनुसार दबाव का क्षेत्र पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा और पोर्ट ब्लेयर से करीब 540 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित हो गया.
लखनऊ में आसमान साफ
यूपी की राजधानी लखनऊ में पश्चिमी विक्षोभ के असर के बाद अब तापमान में इजाफा हुआ है. आज यहां आसमान साफ है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार बुधवार को लखनऊ में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
झारखंड का मौसम
मौसम केंद्र रांची ने कहा कि दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हवा का कम दबाव का क्षेत्र बुधवार को एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है. यह 11 मई तक उत्तर-पश्चिमोत्तर की तरफ बढ़ सकता है. मौसम केंद्र रांची ने जानकारी दी है कि झारखंड में चक्रवात मोचा के असर की उम्मीद नहीं है. वहीं अगले 3-4 दिनों तक अधिकतम तापमान में भी कोई बदलाव के आसार नहीं हैं.
समुद्र की स्थिति बहुत खराब रहने की संभावना
स्काइमेट वेदर के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है. अगले 2 से 3 दिनों तक अंडमान के समुद्र और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति बहुत खराब रहने की संभावना है. हवा की गति 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है तथा समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं.
यहां हल्की बारिश संभव
स्काइमेट वेदर के अनुसार तटीय कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु की पहाड़ियों, अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. अगले 24 घंटों के लिए पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश और अलग-अलग जगहों पर बर्फबारी हो सकती है और उसके बाद मौसम शुष्क रहेगा. सिक्किम, दक्षिण छत्तीसगढ़, आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना में हल्की बारिश संभव है.
गहरे निम्न दबाव क्षेत्र से बदलेगा मौसम
स्काइमेट वेदर के अनुसार दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र उसी क्षेत्र में एक गहरे निम्न दबाव क्षेत्र में बदल गया है. शुरुआती दौर में इसके 12 मई की सुबह तक उत्तर उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. इसके बाद यह धीरे-धीरे मुड़ सकता है और उत्तर उत्तर पूर्व दिशा में आगे बढ़ते हुए म्यांमार तट की ओर जा सकता है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बांग्लादेश के पूर्वी हिस्सों पर बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है.
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम प्रणाली के गहरे दबाव में बदलने और अगले 12 घंटों में चक्रवात ‘मोचा’ में बदलने की उम्मीद है. चक्रवात के शुरू में उत्तर-पश्चिमोत्तर की ओर 12 मई की सुबह तक और बाद में बांग्लादेश-म्यांमा तटों की ओर बढ़ने की उम्मीद है. मौसम विभाग ने कहा कि मछुआरों और छोटे जहाजों, नौकाओं व मछली पकड़ने वाली नौकाओं के संचालकों को सलाह दी जाती है कि वे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी में नहीं जाएं. मौसम कार्यालय ने पूर्व-मध्य खाड़ी और उत्तर अंडमान सागर में मौजूद लोगों से भी दिन में ही समुद्र से लौट आने को कहा है.